जॉन की फ़िल्म फोर्स 2 जो की फ़िल्म एक्शन से भरपूर है. हालाकि कहानी कमजोर है. पर एक्सशन के चलते फ़िल्म को एक बार अवश्य देखें.इस फ़िल्म में शानदार एक्शन का प्रदर्शन किया गया है .जॉन अब्राहम और सोनाक्षी सिन्हा की ‘फोर्स 2’ उस वक्त रिलीज हुई है, जब दर्शक ये सोच रहे हैं कि 1000 और 500 रुपये के पुराने बंद हुए नोट कैसे वापस किए जाएं.
कहानी-यह फ़िल्म ‘फोर्स 2’ एक्शन थ्रिलर है जिसके पहले भाग में ‘फोर्स’ से कोई मतलब नहीं है.बस इतना है कि यहां भी जॉन बिना वर्दी के पुलिस ऑफिसर हैं और रॉ से जुड़ी हैं सोनाक्षी सिन्हा.इस फ़िल्म में चीन में किस तरह से एक-एक कर रॉ एजेंट मारे जाते हैं और उनमें एक जॉन (एसीपी यशवर्धन) के बचपन का दोस्त होता है. दोस्त की मौत का बदला लेने के लिए जॉन अब्राहम, सोनाक्षी सिन्हा के साथ बुडापेस्ट जाते हैं और साजिश रचने वाले को पकड़ने में कामयाब होते हुए दोस्त की मौत का बदला लेते है.
ब्रेक के बाद का शो-इस फिल्म की शुरुआत हॉलीवुड फ़िल्म एक्शन की तरह है.कहानी को फ़िल्म के रूप में अवतरित किया गया है जो की जरा सा भी सोचने का मौका नहीं देती. जबरदस्त एक्शन और बुडापेस्ट की लोकेशन लोगों को बड़ी ही इंटरेस्टेड और उत्साहित करने वाली है. इस फ़िल्म में इंटरवल आते-आते ऐसा लगता है की इसमें एक्शन के सिवाय कुछ भी नहीं है. पर ऐसा नहीं है.यह फ़िल्म आगे और भी इंटरेस्टेड है.उत्साह जनक है.
अभिनय-प्रमुख कलाकार जॉन अब्राहम का एक सा अभिनय, ढेर सारा एक्शन फिल्म में वो बहुत से गुंडों के साथ मारपीट करते दिखाई दे रहे है . रहे हैं. एक सीन बिना शर्ट के और अंत में विलेन को हराने के अलावा उनके पास कोई काम नहीं है. रॉ से जुड़ी सोनाक्षी सिन्हा का भी अहम रोल रहा है.
निर्देशक-फिल्म का निर्देशन अभिनव देव ने किया है उन्होंने कहानी के साथ ही साथ ज्यादा फोकस तकनीक पर रखा है.
क्यों देखे-विलेन ताहिर भसीन की यह दूसरी फिल्म है और ऐसा लगता है कि वह अपनी पहली फिल्म ‘मर्दानी’ का किरदार निभा रहे हैं. उनका अभिनय बुरा नहीं है लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया जिसे बहुत अच्छा बोला जाए. वहीं, सोनाक्षी सिन्हा औसत हैं.
न्यूज़ ट्रैक रेटिंग – जैसा कि फिल्म एक एक्शन फिल्म है और जॉन और सोनाक्षी के धमाकेदार स्टंट दिखाई दिए है. ऐसे में हम फिल्म को 3 स्टार देंगे.