फेसबुक पर चोरी रोकेगा ‘वीडियो मैचिंग टूल’
नई दिल्ली : दस्तक टाइम्स /एजेंसी
सोशल साइट्स की दिग्गज कंपनी फेसबुक जल्द ही चोरी को गई वीडियो को अपलोड करने से रोकेगा। अभी तक एक यूजर ने जो वीडियो फेसबुक पर पोस्ट की है अकसर दूसरा यूजर भी उसी वीडियो को डाउनलोड कर अपने नाम से पोस्ट कर देता है। मगर फेसबुक इसे रोकने के लिए ‘वीडियो मैचिंग टूल’ लेकर आने वाला है। यह टूल फेसबुक पर पोस्ट की गई वीडियो को दोबारा डाउनलोड कर पोस्ट करने या अनधिकृत वीडियो को अपलोड करने से रोकने में मदद करेगा। वीडियो की दुनिया में फेसबुक यूट्यूब को पीछे छोड़ना चाहता है ताकि वह वीडियो की दुनिया का दिग्गज बन सके।
क्रिएटर्स खुद जांच सकेंगे वीडियो
फेसबुक ने अपनी पोस्ट में कहा कि वीडियो मैचिंग टूल फेसबुक के सिस्टम के अनुरूप ही है। यह क्रिएटर्स को फेसबुक के सभी पेज, प्रोफाइल और ग्रुप पर अपनी वीडियो को पहचानने में मदद करेगा। कंपनी ने बताया कि यह सिस्टम बहुत ही तेजी से काम करेगा और कोई वीडियो किसी अन्य वीडियो से मिलती-जुलती है तो वीडियो क्रिएटर उसे हटाने की शिकायत कर सकेंगे। क्रिएटर की शिकायत के बाद ही फेसबुक उस वीडियो को हटाएगा।
वीडियो क्रिएटर को होगा फायदा
इस फीचर के आने के बाद वीडियो के मूल निर्माताओं को फायदा होगा जिससे कोई भी यूजर उनके द्वारा बनाई गई वीडियो और उनकी रचनात्मक को अपने नाम से पोस्ट नहीं कर पाएगा। यह सिस्टम चंद मिनट के अंदर नकली वीडियो की पहचान कर वीडियो के मूल निर्माता को सूचना दे देगा।
ऑडियोबल मैजिक की ली जाती है मदद
अभी तक अनधिकृत वीडियो की पहचान करने के लिए फेसबुक, ऑडियो फिंगरप्रिंट की मदद से ‘ऑडियोबल मैजिक’ की मदद लेता है। फेसबुक वेब वीडियो क्रिएटर की आलोचनाओं का सामना कर चुका है। इन क्रिएटर ने कहा कि यह वीडियो को बिना इजाजत पोस्ट को रोकने में असमर्थ रहा है।
एक्सक्लूसिव वीडियो के लिए भी ऑफर
कुछ हफ्तों पहले से ही फेसबुक, कंटेंट क्रिएटर्स को आकर्षित करने के लिए एड फ्री पोस्ट करने की इजाजत दे रहा है। मगर फेसबुक की इसमें शर्त यह है कि जो भी वीडियो कंटेंट क्रिएटर्स डालते हैं वो एक्सक्लूसिव होनी चाहिए। यानी फेसबुक पर वीडियो को पोस्ट करने के 48 या 72 घंटे के बाद ही वह यूट्यूब या अन्य किसी प्लेटफॉर्म पर अपलोड होना चाहिए। अगर फेसबुक पर वीडियो डालने से पहले उसे यूट्यूब पर डाल दिया गया है तो फेसबुक उसे नहीं मानेगा।