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फेसबुक पोस्ट पर आईएएस तायल को नोटिस, मंत्रालय में किया अटैच

ias_shiv_anant_tayal_2016108_112358_08_10_2016रायपुर, ब्यूरो। सरकार ने आईएएस शिव अनंत तायल के फेसबुक पोस्ट को संज्ञान में लिया है और अप्रसन्नता व्यक्त की है। आईएएस तायल को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तत्काल प्रभाव से मंत्रालय अटैच कर दिया है। तायल जिला पंचायत कांकेर में मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर पदस्थ थे। तायल ने शुक्रवार को फेसबुक पर डाली गई एक पोस्ट में जनसंघ के संस्थापक सदस्य पं दीनदयाल उपाध्याय की उपलब्धियों पर सवाल खड़े कर दिए।

उन्होंने पूछा कि कोई तो बताए कि दीनदयाल उपाध्याय की क्या उपलब्धि रही? यह पोस्ट आने के बाद दिन भर बवाल मचा रहा। देर रात तक चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद उन्होंने फेसबुक पर माफी मांग कर घटना का पटाक्षेप भी कर दिया। इस मामले में राज्य सरकार ने उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

तायल की यह पोस्ट उस समय आई, जब पूरी भाजपा दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशती मना रही है। यही नहीं, केंद्र और राज्य दोनों ही जगह भाजपा की सरकार है। बावजूद इसके 2012 बैच के आईएएस तायल की पोस्ट ने सियासी सरगर्मी बढ़ा दी। तायल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट को भाजपा के आला नेताओं ने देखा, तो उनके तेवर तीखे हो गए।

भाजपा देशभर में दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांतों पर चलने का दावा कर रही है। केरल के कोझीकोड़ में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति में छत्तीसगढ़ सरकार ने एक किताब का विमोचन कराया, जिसमें बताया गया है कि प्रदेश सरकार दीनदयाल उपाध्याय के सिद्धांतों पर चल रही है। ऐसे में एक आईएएस अधिकारी की पोस्ट को सरकार के लिए भी गंभीर मसला बन गया।

कोई प्रतिक्रिया नहीं दी

इस मामले पर नईदुनिया ने शिव अनंत तायल की प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

यह पोस्ट किया था तायल ने

तायल ने अपनी पोस्ट में लिखा- उपध्याय का लेखक या विचारक के रूप में एक भी ऐसा काम नहीं है, जिससे उनकी विचारधारा समझी जा सके। वेबसाइटों में ढूंढ़ने पर एकात्म मानवतावाद पर उनके सिर्फ चार लेक्चर मिलते हैं। वे भी वह पहले से स्थापित आइडियाज थे। उपाध्याय ने कोई चुनाव भी नहीं लड़ा। इतिहासकार रामचंद गुहा की पुस्तक मेक्स ऑफ मार्डन इंडिया में आरएसएस के तमाम बड़े लोगों का जिक्र है, लेकिन दीनदयाल उपाध्याय की कोई चर्चा नहीं है। तायल ने पोस्ट के आखिरी में पूछा है कि मेरी अकादमिक जानकारी के लिए कोई तो पं. उपाध्याय के जीवन पर प्रकाश डाले।

इस तरह मांगी माफी

रात 10.50 पर डाले गए अपने पोस्ट में तायल ने लिख्ाा है कि मैंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को कुछ सवाल उठाए थे। वह नेट में पढ़ने और खोजबीन करने के बाद लापरवाही पूर्वक की गई टिप्पणी थी। उस पोस्ट में मेरा मकसद किसी की प्रतिष्ठा पर सवाल खड़े करना या ठेस पहुंचाना नहीं था। यदि ऐसा हुआ है तो मुझे इस बात की गहरा दुख है और इसके लिए मैं खेद प्रकट करता हूं।

एलेक्स की माफी के बाद नया बवाल

हाल ही में आईएएस एलेक्स पॉल मेनन ने न्यायपालिका पर टिप्पणी की थी। इस मामले को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और मुख्य सचिव विवेक ढांड ने गंभीरता से लिया था। इस पर मेनन को नोटिस जारी हुआ था। सरकार ने गंभीर कार्रवाई करने की जगह मेनन को माफ कर दिया। मेनन को माफी मिलने के एक सप्ताह बाद ही तायल की इस पोस्ट ने प्रशासनिक हड़कंप मचाया है।

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