फ्रांस में नया कानून: ऑफिस टाइम के बाद और छुट्टियों में बॉस नहीं भ्रेज सकते मेल
आपको ‘जिंदगी मिलेगी न दोबारा’ फिल्म का वो दृश्य तो याद ही होगा जिसमें ऋतिक रोशन छुट्टियां मनाने अपने दोस्तों के साथ जाते हैं. लेकिन ऑफिस के मेल का जवाब और बॉस का फोन भी पिकअप करके वो अपने दोस्तों को बोर कर देते हैं. इस तरह से काम करने पर हम खुद तो परेशान होते ही हैं साथ ही साथ अपने दोस्तों का भी मूड खराब करते हैं. इन्हीं बातों का ध्यान रखते हुए फ्रांस के लेबर लॉ में बदलाव किया जा रहा है.
अब फ्रांस में 50 कर्मचारियों की संख्या से ज्यादा वाली कोई भी कंपनी अपने कर्मचारियों को काम के घंटों के अलावा किसी और समय में मेल नहीं भेज सकती है. ऐसा करना गैरकानूनी हो गया है. दरअसल फ्रेंच लेबर रिफॉर्म बिल में एमेंडमेंट किया गया है, जिसमें कर्मचारियों को ‘राइट टू डिस्कनेक्ट’ का अधिकार दिया गया है. यानी ऑफिस में शिफ्ट पूरी करने के बाद उन्हें कोई मेल भेजकर परेशान नहीं कर सकता .
बहुत सारे सर्वे से यह साबित हो चुका है कि अभी के वर्क कल्चर में काम कर पाना काफी कठिन है. ज्यादातर कर्मचारी ऑफिस से काम खत्म करने के बाद भी मानसिक तौर पर ऑफिस में ही होते हैं क्योंकि उनके पास मेल या फोन आते ही रहते हैं. फ्रांस की सरकार के लिए ऑफिस बर्न आउट एक बड़ी समस्या थी और वह इसमें सुधार लाना चाहते थे. इसी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.
टेक्नोलॉजी के कारण काम करना भले ही आसान हो गया हो लेकिन जिंदगी में जॉब के कारण परेशानियां ज्यादा पैदा हो रही हैं. राइट टू डिस्कनेक्ट के मुताबिक अब वीकेंड, लेट नाइट और छुट्टियों में ऑफिस के कामों के लिए परेशान नहीं होना होगा. अब कम से कम फ्रांस में तो घर बैठकर ऑफिस का मेल चेक करना खत्म होने जा रहा है.
बहरहाल अब इंतजार भारत में ऐसे कानून के आने का है!