बच्चे ही नहीं अब बड़े भी आ रहे हैं ब्लू व्हेल गेम के झासे में
खूनी खेल ब्लू व्हेल गेम चैलेंज के चक्कर में केवल बच्चे ही नहीं अब बड़े भी फंस रहे हैं. हरियाणा के पंचकूला में ब्लू व्हेल के शिकार तीन ऐसे केस मिले हैं, जिनके बारे में सुनकर हर कोई हैरान है. यहां दो महिलाएं और एक युवक इस खेल के चक्कर में डिप्रेशन के शिकार हो गए हैं. तीनों का पंचकूला के मनोरोग विभाग में इलाज किया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक, पंचकूला में रहने वाली 35 साल की एक महिला का लंबे समय से अपने पति के साथ झगड़ा चल रहा था. इसी बीच उसने अपने मोबाइल पर ब्लू व्हेल गेम डाउनलोड कर लिया. इसके बाद वो ब्लू व्हेल के चक्कर में फंस गई. महिला इस गेम के कई टास्क भी पूरी कर चुकी थी. उसके हाथ पर ब्लेड का कट भी मिला है.
इसके बाद जब महिला डिप्रेशन में चली गई, तो किसी ने उसे डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी. उसने डॉक्टर से सारी कहानी को बयां किया. उसका इलाज चल रहा है. यह महिला जब अस्पताल में पहुंची तो इसके शरीर पर ब्लेड के कटे के निशान थे. डॉक्टर की सलाह पर उसने अपने मोबाइल फोन से गेम डिलीट कर दिया. महिला हाउस वाइफ है.
परेशान युवक खेलने लगा खूनी खेल
23 साल के एक युवक के घर का माहौल कुछ ठीक नहीं था. पिता शराबी है और बहन का तलाक हो गया है. इसके चलते परिवार चलाने की जिम्मेदारी उसके कंधों पर आ गई थी. युवक प्राइवेट जॉब करता है और साथ में स्टडी भी. घर में रोजाना हो रही लड़ाइयों के चक्कर में युवक परेशान रहने लगा. इसी बीच किसी ने गेम का लिंक दे दिया.
लैब में स्कैन हो रहे हैं कई मोबाइल
वह अपने मोबाइल पर ब्लू व्हेल गेम खेलने लगा. उसकी बहन को जब पता चला तो वो डॉक्टर के पास ले गई. पिछले करीब 25 दिनों से इस युवक का इलाज पंचकूला के सेक्टर-6 स्थित जनरल अस्पताल के मनोरोग विभाग में चल रहा है. पंचकूला से भेजे गए 5 मोबाइल फोन का गुरुग्राम की लैब में स्कैन करने का काम भी शुरू हो चुका है.
कैसे पहचाने ब्लू व्हेल का लक्षण
– ब्लू व्हेल गेम खेलने वालों की किसी और काम में कोई रुचि नहीं होती है.
– इस गेम को खेलने वालों का कॉन्फिडेंस लेवल कम होता जाता है.
– छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना, दोस्तों और अपने परिवार से एकदम कट जाना.
– हर गलत काम का दोष अपने ऊपर लेना.
– यदि ऐसा लक्षण परिवार के किसी सदस्य में हो, तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं.