बच्चों के लिए हानिकारक स्मृतिवर्धक दवाइयां
न्यूयॉर्क। अगर आप अपने बच्चे की स्मृति बढ़ाने के लिए उसे दवाइयां देते हैं तो सचेत हो जाइए और उसे तुरंत बंद कर दीजिए। एक शोध के मुताबिक ऐसी दवाइयां बड़े होने पर दिमाग के ल्एि खतरा पैदा कर सकती हैं।बच्चों के अच्छे शैक्षिक रिकॉर्ड और तेज दिमाग के लिए ये स्मृतिवर्धक दवाइयां आजकल बाजार में बहुत चल रही हैं।युनिवर्सिटी ऑफ डिलावेर के किंबरली अर्बन और अमेरिका के युनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन के वेन-जून गाओ ने बताया ‘‘लेकिन जो लोग इन दवाओं का दुरुपयोग करते हैं उनकी दिमागी प्रक्रिया पर इसका दीर्घकालिक दुष्प्रभाव पड़ता है।’’ शोध में पाया गया है कि मानसिक प्रदर्शन बढ़ाने के लिए छोटी अवधि के लिए भी दवाओं के प्रयोग की बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। इससे दिमाग की प्लास्टिसिटी व्यवहार और क्रिया के लचीलेपन में दीर्घकालिक कमी आ सकती है।बच्चों के लिए आजकल मिथाइलफेनिडेट दवा बहुत लोकप्रिय है।चूृहों पर किए गए प्रयोग में देखा गया कि शुरुआती उम्र में मिथाइलफेनिडेट की कम खुराक भी तंत्रिका गतिविधि स्मृति तथा कार्य एवं व्यवहार के बीच तुरंत स्विच करने की योग्यता को कम करती है।एक अन्य स्मार्ट दवा मोदाफिनिल भी प्रचलित है जो प्रोविगिल नाम से बिकती है।ऐसा माना गया था कि दिमाग के तंत्रिका तंत्र सूत्रयुग्मन के बीच डोपामाइन का स्तर बढ़ाकर स्मृति के साथ-साथ एक समय में कई काम करने और अन्य मानसिक कार्यों की क्षमता बढ़ती है।लेकिन नया शोध दर्शाता है कि मिथाइलफेनिडेट की तरह मोदाफिनिल के सेवन से भी विकसित हो रहे दिमाग पर दीर्घकालिक अवांछित प्रभाव हो सकते हैं।‘फ्रंटियर्स इन सिस्टम न्यूरोसाइंस’ के प्रकाशित अध्ययन में लेखकों ने लिखा है ‘‘ऐसी दवाओं के और दीर्घकालिक दुष्प्रभावों खास तौर से बच्चों पर इनके प्रभावों को जानने के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है।’’