बच्चों पर कोरोना के खतरे को लेकर नेपाल में अस्पतालों को तैयार रहने को कहा गया
काठमांडू: कोरोना महामारी के तीसरे या चौथे वेभ (लहर) में बच्चों पर होने वाले सम्भावित खतरे को देखते हुए नेपाल सरकार ने शुक्रवार को अस्पतालों को बच्चों के इलाज के लिए तैयार रहने को कहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय ने एक नोटिस जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि स्वास्थ्य सुविधाओं की मौजूदा व्यवस्था वयस्कों के इलाज पर आधारित है क्योंकि पहली और दूसरी लहर ने व्यस्क ही कोरोना की चपेट में आए हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता कृष्ण प्रसाद पौडेल ने कहा, कम से कम कुछ व्यवस्कों को टीक लग चुका है और अब वे कोरोना से कुछ हद तक बचाव में रहेंगे लेकिन बच्चे जो कि 18 साल से कम उम्र के हैं, टीका के अभाव में आसान निशाना बन सकते हैं।
सरकारी आंकड़े के मुताबिक नेपाल की जनसंख्या तकरीबन तीन करोड़ है और इनमें से 40 फीसदी लोग 18 साल से कम के हैं। मई में देश में कोरोना बहुत चरम पर था। रोजोना 8 से 9 हजार मामले सामने आ रहे थे लेकिन अब बीते सप्ताह तक देश में कोरोना मामलों की संख्या 5000 से कम तक पहुंच गई है। शुक्रवार को बीते 24 घंटे में 4624 मामले सामने आए जबकि 101 लोगों की मौत हुई। इस देश में कुल संक्रमितों की संख्या 581,560 तक पहुंच गई है जबकि 7731 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।