बजट पर चर्चा : विकास के नाम पर ऊंट के मुंह में जीरा: दीपक सिंह
लखनऊ। विधान परिषद में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस के सदस्य दीपक सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार ने जो अधिक बड़ा प्रचारित करके बजट पेश किया है। उस बजट में विकास के लिए बहुत ही कम बजट रखा गया है। यह बजट ऊंट के मुंह में जीरा है। उन्होने कहा कि योगी सरकार का पहला बजट है। अब बजट खर्च करने में सिर्फ आठ माह बचे हैं। विकास का बजट पूरा खर्च करना चुनौती है। उन्होने कहा कि इस बड़े बजट में किसानों के कर्ज माफी 36000 करोड़ रूपए रखे गए हैं। कर्मचारियों और अधिकारियों को सातवें वेतन आयोग में बढ़े हुये वेतन 30 हजार करोड़ निकाल दिया जाय और सालाना 6 प्रतिशत महंगाई वृद्धि ध्यान रखा जाय तो 20 हजार करोड़ और अनुत्पादक हो जाता है। उन्होंने कहा कि 36-30-20 बराबर 86 हजार करोड़ बजट का आकार घट जाता है।
दीपक सिंह ने कहा कि सरकार ने बजट में माना है कि जिस व्यय प्रदेश में पूंजी निर्माण और विकास होगा वह मात्र 54 हजार करोड़ है। उन्होंने कहा कि बाइस करोड़ की आबादी वाले प्रदेश के लिए यह कम है। श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश ने उम्मीद की थी कि देश-प्रदेश में एक सरकार होने से विकास का डबल इंजन लगेगा। रोजगार बढ़ेगा, पूंजी निवेश बढ़ेगा एवं नये उद्योग लगेंगे लेकिन इसमें निराशा ही पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2018 तक प्रदेश पर कर्ज राशि 4 लाख 14 हजार करोड़ पहुंच जायेगा जो बजट के आकार से ज्यादा है।