राज्य

बड़वानी कांड में सिविल सर्जन सस्पेंड, CM ने कहा- दोषी नहीं बचेंगे

phpThumb_generated_thumbnail (20)भोपाल। बड़वानी कांड में 40 लोगों की आंखों की रोशनी जाने के मामले में सिविल सर्जन डॉ. अमर सिंह विश्नार को भी सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जांच में संक्रमण के कारण ऑपरेशन फेल होना सामने आया है। ऑपरेशन थियेटर(ओटी) में इंफेक्शन नहीं पाया गया है। कुछ दूसरी दिक्कतें भी सामने आई हैं। सीएम ने कहा मरीजों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। मरीजों को 2-2 लाख रुपए की सहायता दी जाएगी।
 
सरकार ने घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा से बात करने के बाद एम्स से डॉक्टरों की टीम आई है। डॉक्टरों के अलावा सिविल सर्जन की जिम्मेदारी पाई गई है। उन्हें भी निलंबित कर दिया है। इस घटना की जांच चल रही है। इसकी रिपोर्ट मिलने पर जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
 
40 मरीजों की हालत में सुधार
बड़वानी नेत्र शिविर में मोतियाबिंद के ऑपरेशन में अपनी आंख गंवा बैठे 40 मरीजों की हालत में पांचवें दिन सोमवार को सुधार हुआ। संक्रमण खत्म करने के लिए लगाए जा रहे इंजेक्शन से उनके आंखों की सूजन कम हो रही है। पस निकलने में कमी आई है। हालांकि सफेद हो रहे कॉर्निया से डॉक्टरों की परेशानी बढ़ रही है। इनमें चार मरीजों की हालत में अपेक्षाकृत ज्यादा सुधार है। डॉक्टरों का कहना है, फिलहाल हम मरीजों के दर्द को कम करने की कवायद कर रहे हैं। संक्रमण खत्म करने में जुटे हैं। संक्रमण खत्म होने के बाद ही आंखों की वास्तविक स्थिति साफ होगी।
 
संक्रमण रोकने के बाद होगा रोशनी का इलाज
डॉक्टरों के मुताबिक संक्रमण रोकने के बाद मरीजों के एक आंख की रोशनी लौटाने की कवायद होगी। ऑप्थ्लमोलॉजी एचओडी श्रेया थत्ते के अनुसार संक्रमण खत्म होने के बाद यदि आंख की सफेदी रह जाती है तो इसके बाद नेत्र प्रत्यारोपण का रास्ता हमेशा के लिए खुला रहेगा। संभव है, मरीजों की आंखों में हल्की रोशनी भी लौट जाए। एेसा होने पर उनकी पूरी रोशनी लौटने की उम्मीद रहेगी। फिलहाल चार मरीजों में रोशनी लौटने की उम्मीद है।

Related Articles

Back to top button