नई दिल्ली। पीएम मोदी के पुराने नोट बंद करने वाले फैसले से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। नोटबंदी का आज 41वां दिन है। बीते दिन रविवार की वजह से बैंक बंद थे। जिसके बाद आज सुबह से ही लोग बैंक में लाइन लगाकर खड़े हैं। वहीं इस दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अब और नोट ना छपने के संकेत दिए हैं।
नोटबंदी के बाद अब नहीं छपेंगे पूरे नोट
कैश की किल्लत के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिए हैं कि जितने नोट बंद हुए हैं। वो पूरे नोट नहीं छापे जाएंगे। कैश की कमी को डिजिटल लेनदेन से पूरा किया जाएगा। जेटली की माने तो नोटबंदी के बाद कैशलेस ट्रांसजेक्शन में तेजी आयी है। इसी के चलते कम कैश लाने का फैसला लिया जा सकता है।
यहां से ले सकते हैं कैश
बैंकों के अलावा आज आप देशभर में एटीएम और पेट्रोल पंप जरिए भी कैश निकाल सकते हैं। हालांकि अभी भी देश के कई हिस्सों में एटीएम और बैंकों के बाहर लाइन लगी हुई है। 41 दिन बाद भी लोग सुबह से ही लाइनों में जाकर खड़े हो रहे हैं।
चुनाव आयोग ने लगाया रोक
चुनाव आयोग ने सरकार से कहा है कि पार्टियों को गुप्त चंदे पर रोक लगनी चाहिए। 2 हजार का भी चंदा मिला है तो पार्टियों को बताना चाहिए कि कहां से मिला है
सरकार के मुताबिक नोटबंदी के बाद से अब तक साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये के नए नोट बाजार में आ चुके हैं। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा ने हालात की जानकारी देते हुए बताया कि कैश की किल्लत जल्द दूर होगी।
अभी भी मिल रहा है काला धन
स्थिति को सामान्य करने के प्रयास में लगी सरकार के दावों के बीच ये सवाल बना हुआ है कि जब आम लोगों को कैश नहीं मिल रहा है तो कुछ लोगों तक लाखों रुपए के नए नोट कैसे पहुंच रहे हैं।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री का दावा
दूसरी तरफ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा किया है कि सरकार ने वेबसाइट के जरिए 4 दिनों में करीब दस लाख लोगों को कैशलेस लेनदेन की ट्रेनिंग दी।
बता दें कि रविवार की छुट्टी के बाद आज बैंक खुलेंगे। ऐसे में पैसे निकालने और जमा करने के लिए भीड़ उमड़ने के आसार हैं।