बड़ी खबर : 7.82 करोड़ आधार धारकों के डेटा चोरी के आरोप में आईटी कंपनी पर एफआईआर
हैदराबाद : 7.82 करोड़ कार्ड धारकों के डेटा चोरी के आरोप में आधार अथॉरिटी यूआईडीएआई ने हैदराबाद की आईटी कंपनी पर केस दर्ज कराया है। आरोप है कि आईटी ग्रिड कंपनी ने अवैध तरीके से आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के मतदाताओं की जानकारी हासिल की। कंपनी इस डेटा का इस्तेमाल आंधप्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी तेदेपा के लिए ‘सेवा मित्र’ मोबाइल ऐप तैयार करने में कर रही थी। हालांकि, चंद्रबाबू नायडू इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि ऐप से सिर्फ सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों का सत्यापन किया जाना था। तेलंगाना पुलिस के मुताबिक, अब तक की जांच में कंपनी के पास आधार से जुड़ा संवेदनशील डेटा मौजूद होने की बात सामने आई है। इसके अलावा मतदाताओं की प्रोफाइल भी चोरी की गईं। इसका इस्तेमाल चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जा सकता था। इस मामले में तेदेपा की शिकायत पर आंध्रप्रदेश में भी 7 मार्च को एक केस दर्ज किया गया था। अब दोनों मामले की जांच तेलंगाना की एसआईटी को सौंपी गई है। यूआईडीएआई के डिप्टी डायरेक्टर टी भवानी प्रसाद ने शिकायत में कहा है कि पिछले दिनों कंपनी से जब्त डिजिटल सबूतों को जांच के लिए तेलंगाना की फॉरेंसिक लेबोरेटरी भेजा गया था। रिपोर्ट में सामने आया कि कंपनी की हार्ड डिस्क में आंध्र और तेलंगाना के 7 करोड़ 82 लाख 21 हजार 397 आधारधारकों की जानकारियां थीं। यह बिल्कुल अथॉरिटी के डेटाबेस की तरह है। आशंका है कि कंपनी ने दुरुपयोग के लिए इसे सीआईडीआर या राज्यों के डेटा हब से हासिल किया। नायडू सरकार ने इस मामले की जांच राज्य से बाहर कराने की बात कही थी। मुख्यमंत्री नायडू ने कहा था कि भाजपा और तेलंगाना राष्ट्र समिति ने वाईएसआर कांग्रेस की मदद करने के लिए साजिश रची है। इसके बाद टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने कहा था कि तेलंगाना पुलिस सिर्फ डेटा चोरी की शिकायत की जांच कर रही है। अगर नायडू ने कुछ गलत नहीं किया है तो डर किस बात का है।