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बड़े PF घोटाले का खुलासा : कर्मचारियों को करोड़ों रुपये की चपत


हैदराबाद : एमडब्ल्यू हाईटेक प्रोजेक्टस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में अभिषेक एचआर हेड हैं। ज्वाइन करने के 2 हफ्ते बाद ही अभिषेक को कंपनी में चल रहे बड़े पीएफ घोटाले के बारे में पता चल गया था। अभिषेक के मुताबिक जब उन्होंने मैनेजमेंट को इसकी जानकारी दी तो उन्हे चुप रहने को कहा गया और ना मानने पर डराया धमकाया भी गया, लेकिन अभिषेक ने बिना डरे कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। प्रोविंडेंट फंड कमिश्नर, लेबर मिनिस्ट्री, पीएमओ और इनकम टैक्स को इसकी जानकारी दी और उसके बाद जो जानकारी सामने आई वो होश उड़ा देने वाली थी।. दरअसल कंपनी ने पिछले 4 साल के दौरान अपने सैकड़ों कर्मचारियों का करीब 130 करोड़ रुपये पीएफ जमा ही नहीं कराया। ईपीएफओ के जांच आयोग की अंतरिम रिपोर्ट में ये बात निकलकर सामने आई है।

कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2012-13 से 2015-16 के बीच कर्मचारियों की सैलरी से करीब 262 करोड़ रुपये काटे लेकिन जमा केवल 132 करोड़ ही कराए। बाकी पैसों का क्या हुआ उसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। जांच आयोग को कंपनी के खातों में भी काफी अनियमितताएं मिलीं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने करीब 116 करोड़ का टैक्स चोरी का मामला भी पकड़ा है। हर नौकरीपेशा के लिए ये जानना जरूरी है कि वो अपने भविष्य की जमापूंजी को लेकर सतर्क रहे और साथ ही आवाज़ भी उठाए ताकि कोई भी कंपनी आपकी जमापूंजी के साथ हेराफेरी न कर सके। पीएफ चोरी का ये कोई पहला मामला नहीं है सरकार के अनुसार वित्त वर्ष 2017 में कंपनियों ने पीएफ के 4112 करोड़ रुपये जमा नहीं कराए। लोकसभा में जवाब देते हुए श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने सिलसिलेवार आंकड़े रखे, जो बताता है कि पीएफ का पैसा जमा ना कराने का ट्रेंड बढ़ता ही जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2013 में पीएफ के 2272.05 करोड़ रुपये जमा नहीं कराए गए। वहीं 2014 में 2515.25 करोड़, 2015 में 2,920.62 करोड़, 2016 में 3465.38 करोड़ और वित्त वर्ष 2017 में 4111.82 करोड़ रुपये कंपनियों ने पीएफ के तौर पर काटे लेकिन जमा नहीं कराए।

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