लखनऊ। श्रीगणेश प्राकट्य कमेटी के तत्वाधान में आईटी चौराहे स्थिति रामाधीने उत्सव भवन मैदान में चल रहे श्रीगणेश महोत्सव में आज दसवें दिन भगवान श्रीगणेश की भव्य शोभायात्रा और विसर्जन का कार्यक्रम हुआ। भगवान श्रीगणेश की शोभायात्रा विर्सजन के लिए रामाधीन सिंह उत्सव भवन से निकलकर आईटी चौराहा होते हुए श्रीरामकृष्ण मठ, शंकर नगर, नजीरगंज, डालीगंज होते हुए महाराज अग्रसेन घाट पहुँची जहाँ पूरे हर्षोउल्लास और विधि विधान से भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा को गोमती नदी में विर्सजित कर दिया गया। इस बीच पूरी शोभायात्रा के दौरान अबीर और गुलाल के रंगो की बरसात के बीच भक्त बैंड और डीजे की धुन पर नृत्य करते रहें और गणपति बप्पा मोरया के उद्घोष लगाते रहें और ‘लखनऊ के राजा’ से अगले बरस फिर आने की विनती कर रहे थे। गणपत्ति बप्पा मोरिया के जयघोषों के साथ गणपति भक्तों ने गणपति को विदाई दी और अगले बरस जल्दी से आने की प्रार्थना भी की। रामाधनी उत्सव भवन मैदान में पिछले 9 दिनों से चल रहे गणपति उत्सव के बाद रविवार को बप्पा की विदाई गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आना के उद्घोषों के साथ हुई। करीब एक किलोमीटर लम्बी शोभायात्रा में भक्तो के नृत्य के लिए सबसे आगें तीन प्रकार के बैण्ड का प्रबन्ध किया गया था जिसकी धुन पर पूरी शोभा यात्रा के दौरान भक्तो ने भगवान गजानन के चरणो में नृत्य किया। फिर दो दर्जन घोडो की बग्गीयो में विभिन्न भगवानो की बहुत ही मनोहर झाकियां सजायी गयी थी। बग्गिीयो की पीछे डेंढ दर्जन घोडों का कारवां था जिस पर विभिन्न रूप घारण कियें लोग बैठें हुए थें। सबसे अखिरी में श्रीगणेश प्राकट्य कमेटी के सदस्यो की देखरेख में विभिन्न प्रकार के फूलो से सजें रथ पर मनौतियों के राजा भगवान श्रीगणेश कर प्रतिमा रखी गयी थी। जिसें पूरे विधि विधान के साथ गोमती की धारा में विर्सजित किया गया।