बरेली: एक बड़ी कार्रवाई में बरेली के तीन कारोबारियों को करीब 90 करोड़ रुपये की जीएसटी (गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स) चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि तीनों कारोबारियों ने एक हजार करोड़ से ज्यादा की फर्जी बिलिंग करके टैक्स चोरी को अंजाम दिया। इस मामले में कारोबारी जयदीप अग्रवाल, सुनील गुप्ता और रचित गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने यह कार्रवाई की है।
एडीजी राजेंद्र कुमार की टीम के नेतृत्व में बरेली, शाहजहांपुर और सहावर में छापेमारी की गई। छापेमारी में पता चला कि तीनों आरोपी कई कंपनियां चलाते थे जो फर्जी बिल बनाती थीं। इस बिल में प्रॉडक्ट्स की सप्लाइ दिखाई जाती थी। लेकिन असल में कोई प्रॉडक्ट सप्लाइ किया ही नहीं जाता था। इन कंपनियों ने जिन गाड़ियों के नंबर दर्ज कराए थे, वे भी स्कूटर, मोटरसाइकल, ई-रिक्शा आदि के थे।
इसी तरह से जिसको सामान पहुंचाए जाने की बात दिखाई गई, उसे इनपुट टैक्स क्रेडिट दिया गया है। फर्जी बिलों के आधार पर यह अनुमान है कि कुल टैक्स चोरी 90 करोड़ की रही। रिपोर्ट में कहा गया है कि दस्तावेजों की जांच के आधार पर फाइनल वैल्यू तय की जाएगी। जयदीप, रचित और सुनील पर CGST ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें गिरफ्तारी के बाद मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया।