उत्तराखंड के हल्द्वानी में दो मजदूरों पर हैवानियत इस कदर तारी हुई कि उन्हें दिव्यांग और मानसिक रोगी किशोरी पर जरा भी दया नहीं आई । महिला दिवस पर आठ मार्च की रात मानसिक रोगी किशोरी घर से निकलने के बाद इंदिरानगर स्थित एक बरात घर में चली गई थी।
वहां किशोरी के देख गौला नदी में मजदूरी करने वाले मूल चंद ने उसे अगवा किया और गौजाजाली की ओर ले गया।
किशोरी के सिर, चेहरे व शरीर पर आईं काफी चोटें
आंवलाचौकी गेट के पास पहुंचने पर मूल चंद ने दूसरे मजदूर भूप सिंह को भी साथ ले लिया। दोनों आरोपी किशोरी को गौला के जंगल में ले गए।
मानसिक रोगी किशोरी ने दुष्कर्म का विरोध किया तो दोनों ने उसे बेरहमी से पीट दिया। दुष्कर्म के बाद दरिंदे उस मासूम को जंगल में ही अर्द्धनग्न अवस्था में छोड़ गए। किशोरी के सिर, चेहरे व शरीर पर काफी चोटें आई हैं।
परिजनों व पुलिस की खोजबीन के दौरान देर रात किशोरी आंवलाचौकी गेट के पास स्थित पेट्रोल पंप के पास मिली।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें किशोरी दिख गई
देर रात जब किशोरी घर नहीं पहुंची तो परिजन पुलिस के पास गए। इसके बाद जब पुलिस ने इंदिरानगर स्थित बरात घर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें किशोरी दिख गई।
परिजनों व पुलिस की खोजबीन की तो किशोरी आंवलाचौकी गेट के पास स्थित पेट्रोल पंप के पास मिल गई।
सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि किशोरी के साथ दिख रहा युवक आंवलाचौकी गेट के पास रहने वाला ही गौला मजदूर मूल चंद है। मूल चंद की गिरफ्तारी के बाद भूप सिंह को भी अरेस्ट कर लिया गया।