बलात्कार के बाद हत्या छात्रा की
एजेन्सी/उसकी आंखों में एक शिक्षक बनने का सपना था, इसी सपने को लेकर वह बाडमेर जिले के भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित दूरदराज के अपने गांव से पढ़ने के लिए बीकानेर आई थी। लेकिन मासूम सी आंखों में पलते इन ख्वाबों को बेरहमी से कुचल दिया गया। छात्रा की बलात्कार के बाद नृशंस रूप से हत्या कर दी गई, जिसका आरोप उसके शिक्षक पर लगा है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार छात्रा की हत्या के दो दिन बाद उसका शव उसके कालेज के वाटर टैंक से बरामद हुआ। छात्रा से बलात्कार और उसकी हत्या के आरोप में पुलिस ने उसके कालेज के शारीरिक शिक्षक को गिरफ्तार किया है।
शुरूआत में पुलिस छात्रा की मौत को खुदकुशी के तौर पर देख रही थी। लेकिन उसके परिजनों ने आरोप लगाया था कि हत्या करने के बाद शव को वाटर टैंक में डाला गया है। छात्रा मूलरूप से बारमेर जिले के गादरा रोड स्थित त्रिमोही गांव की रहने वाली थी।
छात्रा के पिता ने कालेज के अध्यक्ष ईश्वर चंद वैध, होस्टल वार्डन प्रिया शुक्ला और फिजिकल ट्रेनर विजेन्द्र सिंह को आरोपी बनाया था। विजेन्द्र सिंह ग्रुप के एक अन्य कालेज में पीटीआई के पद पर कार्यरत है।परिजनों के अनुसार वह शिक्षक बनना चाहती थी इसलिए बीकानेर के नोखा कस्बे में स्थित जैन आदर्श टीचर ट्रेनिंग कालेज से सीनियर टीचिंग सर्टिफिकेट का कोर्स कर रही थी। वह द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और कालेज कैंपस में बने हॉस्टल में ही रहती थी। हाल ही में जब छुट्टियों के दौरान कालेज बंद हुए थे तब उस सहित केवल चार छात्राएं ही हॉस्टल में रह गईं थी।
पिता की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार बीती 28 मार्च को आठ बजे के करीब छात्रा ने उनसे बताया था कि वार्डन प्रिया शुक्ला ने उसे पीटीआई विजेन्द्र का कमरा साफ करने के लिए भेजा था। छात्रा के अनुसार इस दौरान विजेन्द्र ने उससे बलात्कार किया।
उसके पिता ने अगले दिन उसे वापस घर आने के लिए कहा था लेकिन इससे पहले कि वह उससे मिल पाते पुलिस ने उन्हें उसकी मौत की खबर दे दी।
बीकानेर के एसपी ग्रामीण सतनाम सिंह ने बताया कि छात्रा की मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हो गई है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पीटीआई को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि उसे मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसकी पांच दिन की रिमांड मिल गई है। बाकी दोनों आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। हालांकि उसके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं दिखा है इसलिए हम नहीं कह सकते यह हत्या है, फारेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। मामले में कालेज प्रबंधन का पक्ष सामने नहीं आ सका था।
वहीं दलित अधिकार कार्यकर्ताओं का आरोप है कि छात्रा की बलात्कार के बाद हत्या की गई है। छात्रा के पिता ने आरोप लगाया कि कालेज प्रबंधन ने उन पर मुकदमा वापस लेने का दबाव भी बनाया।
छात्रा पर भी आरोपी पीटीआई विजेन्द्र की ओर से इस बात का दबाव बनाया गया था कि वह लिखित रूप से माफी मांगते हुए यह बयान दे कि जो भी कुछ भी हुआ वह आपसी सहमति से हुआ।
आंखों में आंसू लिए उसके पिता ने बताया कि वह पढ़ाई में काफी होनहार थी और आगे बढ़ना चाहती थी, जब वह कक्षा पांच में थी तब उसे तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सम्मानित भी किया था।