बलूचियों और भारतीयों ने मिलकर खोला पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा
संयुक्त राष्ट्र। बलूचिस्तानियों और भारतीयों ने मिलकर आज न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के सामने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
पाकिस्तान विरोधी स्वयंसेवी संस्था अमेरिकन फ्रेंड्स ऑफ बलूचिस्तान ने पाकिस्तानी प्रांत में दमन को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और बलूचिस्तान के लोगों की रक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप की मांग की। डैग हैमर्सजोल्ड प्लाजा में भारी सुरक्षा के बीच करीब 40 लोगों ने इस प्रदर्शन में भाग लिया।
अमेरिकन फ्रेंड्स ऑफ बलूचिस्तान के अहमद मुश्तीखान ने कहा, “हमें खुशी है कि भारतीय प्रधानमंत्री ने बलूचिस्तान के बारे में आवाज उठाई है। हमारे लोग भारतीय लोगों के समर्थन से बहुत खुश हैं।”
इन बलूच प्रदर्शनकारियों में से कुछ बाद में भारतवंशी अमेरिकियों के पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए। इसमें बलूचिस्तान की जनता के समर्थन में नारे लगाए गए और प्लेकार्ड प्रदर्शित किए गए।
प्रदर्शनकारी जो नारे लगा रहे थे उनमें ‘बलूची, भारतीय भाई-भाई’ भी था।
भारतीय समुदाय का विरोध प्रदर्शन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के संयुक्त राष्ट्र में दिए भाषण के काफी बाद हुआ। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शरीफ के बोलने के कार्यक्रम में बदलाव हुआ था। शुरू में वह दिन के आखिरी वक्ताओं में से एक थे लेकिन उनके संबोधन का समय बदल कर सुबह के समय में कर दिया गया।
भारत पर पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमलों और हिंदुओं के कश्मीर से सफाए के खिलाफ करीब 75 भारतवंशी अमेरिकियों ने प्रदर्शन किया।
संयुक्त राष्ट्र। बलूचिस्तानियों और भारतीयों ने मिलकर आज न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के सामने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
पाकिस्तान विरोधी स्वयंसेवी संस्था अमेरिकन फ्रेंड्स ऑफ बलूचिस्तान ने पाकिस्तानी प्रांत में दमन को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और बलूचिस्तान के लोगों की रक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप की मांग की। डैग हैमर्सजोल्ड प्लाजा में भारी सुरक्षा के बीच करीब 40 लोगों ने इस प्रदर्शन में भाग लिया।
अमेरिकन फ्रेंड्स ऑफ बलूचिस्तान के अहमद मुश्तीखान ने कहा, “हमें खुशी है कि भारतीय प्रधानमंत्री ने बलूचिस्तान के बारे में आवाज उठाई है। हमारे लोग भारतीय लोगों के समर्थन से बहुत खुश हैं।”
इन बलूच प्रदर्शनकारियों में से कुछ बाद में भारतवंशी अमेरिकियों के पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए। इसमें बलूचिस्तान की जनता के समर्थन में नारे लगाए गए और प्लेकार्ड प्रदर्शित किए गए।
प्रदर्शनकारी जो नारे लगा रहे थे उनमें ‘बलूची, भारतीय भाई-भाई’ भी था।
भारतीय समुदाय का विरोध प्रदर्शन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के संयुक्त राष्ट्र में दिए भाषण के काफी बाद हुआ। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शरीफ के बोलने के कार्यक्रम में बदलाव हुआ था। शुरू में वह दिन के आखिरी वक्ताओं में से एक थे लेकिन उनके संबोधन का समय बदल कर सुबह के समय में कर दिया गया।
भारत पर पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमलों और हिंदुओं के कश्मीर से सफाए के खिलाफ करीब 75 भारतवंशी अमेरिकियों ने प्रदर्शन किया।