बलूचिस्तान विस्फोट की आईएस ने ली जिम्मेदारी, मृतकों की संख्या हुई 52
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क्वेटा। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सूफी शाह नूरानी की दरगाह में शनिवार को हुए विस्फोट में मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 52 हो गई है। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली है। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, इस हमले में लगभग 100 लोग घायल हो गए। प्रशासन को आशंका है कि मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है।
बलूचिस्तान की प्रांतीय राजधानी क्वेटा से लगभग 750 किलोमीटर दक्षिण में स्थित शाह नूरानी दरगाह में किशोर हमलावर ने लोगों की भीड़ को निशाना बनाकर विस्फोट किया। उस वक्त वहां ‘धमाल’ (मजहबी नृत्य) हो रहा था।
मीडिया रिपोर्ट में स्थानीय अधिकारी के हवाले से बताया गया, “हमलावर की उम्र 14 से 16 वर्ष के बीच लग रही थी।”
‘डॉन’ ने पुलिस अधिकारी जफर खान के हवाले से बताया कि हमले के समय दरगाह में लगभग 1,000 लोग थे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “हर दिन सूर्यास्त के समय दरगाह पर ‘धमाल’ होता है।”
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम सलीम बाजवा ने कहा कि सैन्य टुकड़ियों और चिकित्सा दलों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया है, लेकिन दरगाह पहाड़ी व सुदूर क्षेत्र में होने की वजह से दिक्कतें आ रही हैं।
पाकिस्तान के बंदरगाह एवं जहाजरानी मामलों के मंत्री मीर हासिल खान बिजेन्जो ने कहा कि हो सकता है कि यह आत्मघाती हमला प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन के सर्वोच्च कमांडर की हत्या के प्रतिशोध में किया गया हो।
सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में शुक्रवार को जुंदुल्लाह (तहरीक-ए-तालिबान से संबद्ध आतंकवादी संगठन) प्रमुख साकिब उर्फ आरिफ उर्फ अंजुम अब्बास मारा गया। इस हमले में उसकी पत्नी और नौ वर्षीय बेटा भी घायल हो गया था। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अपनी आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘अमाक’ के जरिये इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
बलूचिस्तान में पिछले माह पुलिस एकेडमी पर हुए हमले की जिम्मेदारी भी आईएस के साथ काम करने वाले आतंकवादी गिरोह ने ली थी, जिसमें 61 लोगों की मौत हो गई थी।