बलूचिस्तान के लगातार बिगड़ते हालात पर वहां के लोग भारत से गुहार लगा रहे हैं। बलूच रिपब्लिकन पार्टी (BRP) के नेता बरहुमदाग बुगती ने भारत और प्रधानमंत्री मोदी से लूच के मामले में हस्तक्षेप करने की गुजारिश की है।
बलूच नेता बरहुमदाग बुगती ने मांगी पीएम नरेंद्र मोदी से मदद, कहा- हमें वैसे ही आजाद करा दो जैसे बांग्लादेश को करवाया था
बलूच रिपब्लिकन पार्टी (BRP) के नेता बरहुमदाग बुगती ने भारत और प्रधानमंत्री मोदी से मदद मांगी है।
बलूचिस्तान के लगातार बिगड़ते हालात पर वहां के लोग भारत से गुहार लगा रहे हैं। बलूच रिपब्लिकन पार्टी (BRP) के नेता बरहुमदाग बुगती ने भारत और प्रधानमंत्री मोदी से बलूच के मामले में हस्तक्षेप करने की गुजारिश की है। बरहुमदाग बुगती ने रविवार (14 अगस्त) को न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत के दौरान कहा कि वह चाहते हैं कि भारत पाकिस्तान से उनको अलग करवाने की आवाज उठाए। उन्होंने बांग्लादेश के अलग होने का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसा रोल भारत ने बांग्लादेश के विभाजन के वक्त निभाया था उसे अब भी वैसा की करना चाहिए। बरहुमदाग बुगती ने कहा, ‘वे (पाकिस्तानी) हमें आतंकी कहते हैं। वे कहते हैं कि हमें भारत से सपोर्ट मिल रहा है। वे लोग लगातार हम लोगों पर नजर रखते हैं। अगर आप लोग लीबिया और सीरिया में हस्तक्षेप कर सकते हैं तो फिर पाकिस्तान में क्यों नहीं। लोग समझ नहीं सकते कि यहां माहौल कितना खराब है। लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ रहा है।’
बरहुमदाग जो कि मशहूर बलूच नेता दिवंगत अकबर खान बुगती के पोते हैं उन्होंने आगे कहा, ‘बलूच के लोग लगातार पाकिस्तान से अपने आपको बचाने की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान आर्मी के लोग हमारे गांवों पर बम से हमला करते हैं। वे हमें आतंकी बताते हुए कहते हैं कि हम लोगों को भारत और नाटो से सपोर्ट मिल रहा है। यहां आर्मी का जुर्म पिछले 5 सालों में बढ़ गया है। यह मुशर्रफ के वक्त में शुरू हुआ था और अबतक चल रहा है।’
चीन का सपोर्ट चाहता है पाकिस्तान: बरहुमदाग ने यह भी कहा कि पाकिस्तान चीन की मदद इसलिए चाहता है क्योंकि उसके पास ऐसी तकनीक है जो पाकिस्तान के पास नहीं है।
Read Also: PAK के हाई कमिश्नर बासित का नापाक बयान- पाकिस्तान का जश्न-ए-आजादी कश्मीर की ‘आजादी’ के नाम
Not a single week passes by without a mysterious disappearance,abduction or recovery of dead bodies-Brahumdagh Bugti
This operation (by Pak military in Balochistan) is only gaining momentum since past many years: Brahumdagh Bugti, Founding Chief, BRP
These talks of committee being set up, is all just misinformation to escape ques raised by media-Brahumdagh Bugti pic.twitter.com/G61OoT9vb7