आपको बता दें कि, 20 जनवरी को हुए इस भयानक हादसे में 17 लोग आग की चपेट में आकर दिवंगत हो चुके है. बताया जा रहा है कि, जिस पटाखा फैक्ट्री में आग का हादसा हुआ था, उसे गुलाल बनाने का लइसेंस प्राप्त था, जहां गैरकानूनी ढंग से पटाखों की पैकिंग की जाती थी. मामले में कुछ और गिरफ्तारियों की संभावना क्राइम ब्रांच ने जताई है. गणतंत्र दिवस की तैयारी में लगे होने से फिलहाल कोर्ट के पास पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध नहीं था, इसलिए मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट जितेंद्र प्रताप सिंह ने जांच अधिकारी संदीप सिंह की अर्जी को मंजूर कर सुनवाई के लिए 24 जनवरी की तारीख निर्धारित की थी और तब तक के लिए जैन को तिहाड़ जेल में रखने के निर्देश कोर्ट ने पुलिस को दिए थे.