विकासनगर : देहरादून के बसंत विहार थाना क्षेत्र से लापता किशोरी का शव बृहस्पतिवार को खारा पावर हाउस मिर्जापुर यूपी से मिला। मामला में उत्तराखंड पुलिस प्रथम दृष्टया आत्महत्या की आशंका जता रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी। किशोरी दून के एक प्रतिष्ठित स्कूल की 11वीं की छात्रा थी। वह 13 फरवरी से लापता थी। बताया गया है कि इसी दिन इसी स्कूूल का इंटरमीडिएट का एक छात्र भी लापता हुआ था। कुल्हाल चौकी प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि बसंत विहार थाना क्षेत्र से लापता किशोर और किशोरी को पिछले कुछ दिनों से ढूंढने का प्रयास किया जा रहा था। इस बीच बृहस्पतिवार को पुलिस को सूचना मिली कि खारा पावर हाउस की इनटेक में एक किशोरी का शव फंसा हुआ है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को निकाला। शव की पहचान बसंत विहार थाना क्षेत्र से लापता किशोरी के रूप में हुई। इधर, लापता किशोर का अब तक पता नहीं चल पाया है।
चौकी प्रभारी ने बताया कि किशोर और किशोरी दोनों को कुछ दिन पहले क्षेत्र के कुछ लोगों ने एक साथ देखा था। बसंत विहार थाना क्षेत्र से लापता छात्र के पिता ने सोशल मीडिया पर बेटे की तलाश के लिए लोगों से मदद मांगी है। सोशल मीडिया में भेजे संदेश में उन्होंने कहा कि कृपया मेरी मदद करो, मेरा बेटा 13 फरवरी से लापता है। आखिरी बार उसे उत्तराखंड और हिमाचल की सीमा में धौलातप्पड़ के पास देखा गया। उसी दिन उसकी स्कूटी भी मिली। पिता ने कहा कि पुलिस व सरकार उसकी कोई मदद नहीं कर रही है। बसंत विहार क्षेत्र से लापता हुए किशोर और किशोरी के बीच मात्र 13 दिन में 2500 बार बात हुई है। जबकि तीन माह पहले ही दोनों में जान पहचान हुई थी। पुलिस के अनुसार जांच और करीबी दोस्तों से पूछताछ में पता चला कि दोनों अक्सर मिलते रहते थे। गत 13 फरवरी को भी वे एक साथ ही कॉलोनी से निकले थे।
पुलिस ने जब दोनों के मोबाइल की कॉल रिकॉर्ड जांची तो चौंकाने वाली बात सामने आई। दोनों के बीच एक फरवरी से 13 फरवरी तक ढाई हजार बार बात हुई है। यह बातें कॉल और एसएमएस के माध्यम से हुई है। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि अभी तक यह बात सामने नहीं आई है कि दोनों ने आत्महत्या की है या फिर कोई और बार बात है। फिलहाल मामले में जांच की जा रही है। अभी तक किशोर की तलाश जारी है। कुछ स्थानीय लोगों ने नहर में ही एक और शव देखे जाने की बात कही है। उसके बाद से पुलिस खोजबीन में जुटी हुई है। एसपी सिटी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद से इस मामले में तीन टीमें बनाई गईं थी। तीनों टीमें विकासनगर, पांवटा साहिब और उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में दोनों की खोजबीन की। इसी बीच किशोरी का शव नहर में मिला।
परिजनों के डर से खत्म की जिंदगी
पुलिस जांच और परिस्थितिजन्य साक्ष्य अभी तक दोनों की आत्महत्या की तरफ इशारा कर रहे हैं। हालांकि, अधिकारी स्पष्ट नहीं बता रहे हैं। पड़ताल में सामने आया है कि किशोर को उसके पिता ने किशोरी के साथ देख लिया था। उसके बाद जब उन्होंने उसे कॉल की तो किशोर ने फोन नहीं उठाया। इस पर किशोर के पिता तलाश करते हुए उसके एक दोस्त के घर पहुंच गए। वहां देखा तो पता चला कि दोस्त उनके बेटे से ही बात कर रहा था। दोस्त ने पुलिस को बताया कि उन्होंने हाथ से फोन छीनकर अपने बेटे को डांट लगाई थी। एसओ वसंत विहार हेमंत खंडूरी ने बताया कि शुरूआती पड़ताल में यही माना जा रहा है कि किशोर और किशोरी ने परिजनों के डर से आत्महत्या की है। हालांकि, अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।