बसपा अब जल्द ही उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों का कर सकती है ऐलान
बसपा प्रदेश की 13 सीटों पर होने वाले उपचनुव के लिए जल्दी ही प्रत्याशियों का एलान कर सकती है। जोन इंचार्जों ने अपने-अपने क्षेत्र की सीटों के लिए प्रत्याशियों का पैनल पार्टी नेतृत्व को भेज दिया है। कई सीटों पर संभावित प्रत्याशियों को प्रभारी के रूप में तयारी करने का निर्देश दिया जा चुका है। ये भी पढ़ें- अखिलेश यादव बोले, ‘हत्या प्रदेश’ बन गया है यूपी, लगातार हो रही हैं हत्याएं.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि 13 में से 11 सीटों के संभावित प्रत्याशियों के नाम लगभग फाइनल हैं। कानपुर कैंट व लखनऊ कैंट सीट पर अंतिम निर्णय बाकी है। मानिकपुर से राज नारायण निराला, हमीरपुर में नौशाद अली, जैतपुर बाराबंकी से अखिलेश अंबेडकर व प्रतापगढ़ से पिछले लोकसभा सीट के प्रत्याशी रहे अशोक तिवारी को प्रभारी के रूप में तैयारी के लिए कहा जा चुका है। कानपुर कैंट से ब्राह्मण, बाल्मीकि या बघेल समाज के दावेदारों में से किसी का नाम फाइनल हो सकता है। टुंडला सीट से बघेल समाज का प्रत्याशी उतारे जाने की संभावना जताई जा रही है। लखनऊ कैंट सीट से कई नामों पर विचार हो रहा है।
बताया जा रहा है कि बसपा सुप्रीमो मायावती जल्दी ही जोन इंचार्जों से बात कर प्रत्याशियों के नाम का एलान कर सकती हैं। मंगलवार को जोन इंचार्जों के साथ बैठक भी हो सकती है। सभी सीटों के प्रत्याशियों का नाम एक साथ जारी किए जाने की योजना है।
मायावती दिल्ली से लखनऊ लौटीं
बसपा सुप्रीमो मायावती दिल्ली से लखनऊ लौट आई हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पूर्व सांसद मुनकाद अली के नाम का एलान कर संगठन को नए सिरे से तैयार करने की शुरुआत की थी। बताया जा रहा है कि वह जल्दी ही बूथ से विधानसभा स्तर तक नए सिरे से बनाए जा रहे संगठन व भाईचारा कमेटियों के गठन से जुड़े कार्यों की समीक्षा करेंगी।
स्वतंत्र देव सिंह का मंत्रिमंडल से त्यागपत्र
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया है। उनके पास परिवहन विभाग था। जानकारी के मुताबिक, सिंह ने रविवार सुबह मंत्रिमंडल से अपना त्यागपत्र मुख्यमंत्री को सौंप दिया। भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बन जाने के बाद यह तय माना जा रहा था कि सिंह मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे देंगे।
रविवार सुबह वह मुख्यमंत्री से मिले और उन्हें अपना त्यागपत्र सौंप दिया। जानकारी के मुताबिक, सुबह मुलाकात के दौरान ही मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। इस बैठक में प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल भी मौजूद थे। इसी के बाद विधायकों को लखनऊ बुलाने का संदेशा भेजा जाने लगा। पर, देर शाम विस्तार अचानक स्थगित कर दिया गया।