नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में विपक्षी महागठबंधन से अलग हो चुकी बहुजन समाज पार्टी ने अब बिहार में भी अपनी अलग राह बना ली है। बसपा बिहार के सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने के मूड में है। यहां मुख्यत: दो गठबंधनों से उसका मुकाबला होगा। पहला- जदयू, भाजपा, लोजपा वाले गठबंधन एनडीए से और दूसरा- कांग्रस, राजद, रालोसपा, हम व अन्य पार्टियों वाले महागठबंधन से। बसपा की बिहार प्रदेश इकाई ने गठबंधन से अलग राह पर चलने का निर्णय लिया है। अब पार्टी सभी 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। ‘सर्वसमाज के सम्मान में, बहन जी मैदान में’ इसी नारे के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की है। बिहार में भी बसपा कार्यकर्ता इस नारे के साथ सर्व समाज को पार्टी से जोड़ने की कोशिश में लगे हैं।
दिल्ली में बसपा सुप्रीमो ने 28 को बुलाई बैठक
बसपा के प्रदेश प्रभारी डॉ लाल जी मेधंकर ने रविवार को इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। विज्ञप्ति के अनुसार बसपा अध्यक्ष मायावती ने बिहार के लिए लोकसभा चुनाव, 2019 के संदर्भ में दिशा-निर्देश जारी किया है। इसके अनुसार पार्टी सभी 40 सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ेगी। पूरे प्रदेश में बसपा का जनाधार व सक्रियता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। सामाजिक, राजनीतिक दृष्टिकोण व जातिगत भागीदारी को ध्यान में रखते हुए सभी सीटों पर उम्मीदवारों का चयन किया जा रहा है। इस संबंध में पार्टी प्रमुख मायावती ने 28 फरवरी को दिल्ली स्थित अपने आवास पर बिहार के प्रमुख संगठन पदाधिकारियों और लोकसभा क्षेत्र के संभावित उम्मीदवारों की बैठक बुलाई है।