बहू की चेतावनी, शौचालय नहीं बना तो चली जाऊंगी मायके
राजेंद्र श्रीवास्तव जिनके पुत्र सुशील की शादी शिल्पी नाम की युवती से एक महीने पहले हुई थी और जिनका पक्का मकान अभी हाल में बना था, पर उन्होंने शौचालय नहीं बनवाया था।
शिल्पी ने कहा कि बहुत शर्म की बात है कि गांव की बहू बेटियों को शौच के लिए खुले में जाना पड़ता है, इस कार्य में लड़कियों और महिलाओं को आगे आना पड़ेगा और उन्हें अपने घरों में शौचालय बनवाने के लिए घरवालों पर दबाव डालना होगा, जब महिलाएं अपनी हर जिद पूरी करा लेती हैं, तो वह शौचालय बनवाने के लिए जिद क्यों नहीं करतीं।
इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के जिला परियोजना समन्वयक नीरज कुमार ने कहा कि सरकार गांवों में स्वच्छता सुविधवाएं उपलब्ध कराने के लिए बहुत प्रयास कर रही है। दो अक्तूबर 2019 तक प्रदेश को खुले में शौच मुक्त किया जाना है। मैनपुरी में भी नगला खुन्नी जैसे कई गांव हैं जहां अधिकांश घरों में शौचालय हैं और लोग शौचालयों का प्रयोग कर रहे हैं।