बांदा में आमरण अनशन पर बैठे किसानों पर आधी रात बरपा खाकी का कहर
दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ झांसी .उत्तर प्रदेश कई साल से कुदरत के कहर झेल रहे बुंदेलखंड के बदहाल किसानों पर अब खाकी ने कहर बरपाया है. बांदा में एक हफ्ते से आमरण अनशन पर बैठे परेशान किसानों के आंदोलन को देर रात जिला प्रशासन ने बर्बरता के साथ कुचल दिया.
आधी रात में अनशन स्थल पर पुलिस ने धावा बोला और सोते हुए किसानों पर जमकर लाठियां बरसायी. इस लाठीचार्ज में सैकड़ों किसान बुरी तरह ज़ख़्मी हुए हैं. इसके अलावा कई महिला किसान गायब बताये जा रहे हैं. वहीं इस पुलिसिया कहर की दहशत में किसान रामजियावन की मौत भी हो गई.
आपको बता दें कि बांदा मुख्यालय में पिछले आठ दिन से बुंदेलखंड में किसानों की बदहाली को लेकर हजारों की तादाद में किसान आमरण अनशन कर रहे थे, जिसमें दर्जनों किसान हालत बिगड़ गई थी. लेकिन प्रशासन ने इन आंदोलनकारी किसानों की कोई सुध नहीं ली. बुधवार कल किसानों ने पीएम और सीएम की तस्वीर के सामने बुद्धि-शुद्धि यज्ञ भी किया था.
आधी रात में पुलिस ने सोते हुए किसानों पर बर्बर कार्यवाही करते हुए जमकर पिटाई की और अनशन स्थल के टेंट उखाड़ कर फ़ेंक दिया. किसानों का आरोप है कि उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया और सैकड़ों किसानों को गाड़ियों में भर-भर के पुलिस ले गयी. जिनका अभी तक कोई पता नहीं चला है. पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा. महिलाओं के साथ भी अभद्रता और मारपीट की गई.
सैकड़ों किसान घायल अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती किये गए हैं. पुलिस की बर्बर कार्यवाई की दहशत में कलक्टर पुरवा के 60 वर्षीय किसान राम जियावन की मौत भी हो गई. जब इस मामले में जिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि किसानों पर कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ है. किसानों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उन्हें हॉस्पिटलाइज किया गया है क्योंकि वे एक हफ्ते से अनशन पर बैठे थे. इनकी जो मांगे हैं वह स्थानीय स्तर पर नही है जिसके बाबत इनको समझाया गया था लेकिन ये समझने को तैयार नहीं हैं.