बाइबल के इन उपदेशों को अपनाकर आप भी कर सकते हैं समाज का भला
दुनिया में सारे धर्म सत्य, अहिंसा, प्रेम, करुणा, भाईचारा, सहनशीलता, सदाचार का ही पाठ पढाते हैं। ऐसे में सारे धर्म की एक ही शिक्षा देता है, आज हम इस लेख में ईसाई धर्म के अनुसार ईसा मसीह के दवारा दिये गये उपदेश के बारे मे बता रहे हैं। ईसा मसीह ने करीब 2000 साल पहले जो उपदेश दिए, उसके सार के बारे में बता रहे हैं। जिन उपदेशों का पालन करने से हम अपना और समाज का भला कर सकते हैं। आज हम आपको बाइबल के ऐसे उपदेशों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपने जीवन में उतारकर कोई भी व्यक्ति एक सच्चा इंसान बन सकते है।
बाइबल में कहा गया है कि आने वाले कल की चिंता मत करो, कल का दिन अपनी चिंता खुद कर लेगा। उसके कारण आज को बर्बाद ना करें।
दूसरों के अपराध को माफ करोगे, तो प्रभु तुम्हारे अपराध को माफ करेंगे। दूसरों को माफ नहीं करने पर प्रभु के दरबार में माफी नहीं मिलेगी।
इस जीवन के लिए कभी धन-दौलत जमा न करो, जो चोरी हो सकात है, स्वर्ग में धन जमा करो, जहां चोर का कोई भय नहीं है।
इंसान एक साथ दो स्वामियों की सेवा नहीं कर सकता। इसीलिए प्रभु और धन, दोनों की सेवा एक साथ नहीं हो सकती।
जिस तरह हम दूसरों पर दोष लगाते है, उसी तरह हम पर भी कोई दोष लगा सकता है। जिस पैमाने पर हम दूसरों को मापते है, उसी पैमाने पर कोई हमें नाप सकता है।
फल का पेड़ लगाने पर फल मिलता है। उसी तरह बुरा पेड़ लगाने पर बुरा फल मिलता है। अच्छे कर्मों का फल अच्छा होता है और बुरे कर्मों का फल बुरा होता है।