उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कॉर्बेट और राजाजी टाईगर रिजर्व में बाघों की गणना के वर्ष 2016-17 के ताजे आंकड़े जारी किए. कॉर्बेट टाईगर रिजर्व में न्यूनतम 208 विशिष्ट बाघ और राजाजी टाइगर रिजर्व में न्यूनतम 34 विशिष्ट बाघों की पहचान की गई है. पिछले वर्ष यह संख्या कॉर्बेट टाईगर रिजर्व में 163 एवं राजाजी टाईगर रिजर्व में 16 पाई गई थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि 340 बाघों के साथ क्षेत्रफल के अनुपात में बाघों की संख्या के मामले में उत्तराखण्ड देश का नम्बर एक राज्य हो गया है. हालांकि 400 बाघों की संख्या के साथ कर्नाटक अब भी पहले स्थान पर है.कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सभी रेंजो में ग्रिड के आधार पर कैमरे लगाए गए थे. बाघों की गिनती के लिए लगभग 535 कैमरे लगाए गए. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों की गिनती दो चरणों में की गई. पहले चरण की गणना 28 नवंबर, 2016 से 21 जनवरी, 2017 तक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के रामनगर टाइगर रिजर्व प्रभाग में कैमरा ट्रैप विधि के माध्यम से की गई. वहीं दूसरे चरण में दिनांक 25 जनवरी, 2017 से दिनांक 19 मार्च, 2017 तक कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभाग में कैमरे के माध्यम से की गई. प्रत्येक कैमरे बिन्दु पर दो कैमरे लगाए गए. रामनगर टाईगर रिजर्व में 235 कैमरे के प्वाइंट बनाए गए और कैमरे 55 55 दिनों के लिए लगाए गए. वहीं कालागढ़ टाइगर रिजर्व में 232 कैमरे प्वाइंट पर 54 दिनों के लिए कैमरे लगाए गए.
इस प्रकार कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की कुल 25,453 ट्रैप नाईट से 4,24,870 फोटो मिले. इनमें कुल 3892 तस्वीरें बाघों की मिलीं. बाघों की गिनती के लिए 2,539 तस्वीरें इस्तेमाल हुईं. बाघों की गिनती की गई और तस्वीर के बाएं और दाएं भाग का मिलान किया गया. जिसमें 142 विशिष्ट बाघों के बाएं तथा दाएं पहलू (फ्लेंक) मिले.
66 विशिष्ट बाघों के केवल बाएं पहलू प्राप्त हुए. बाघों की गिनती बाएं पहलू का आधार मानकर की गई है. 96 बाघों के दाएं पहलू प्राप्त हुए. इनका मिलान नहीं किया गया तथा इन्हें गिनती में शामिल नहीं किया गया. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अन्तर्गत रामनगर टाइगर रिजर्व प्रभाग में 99 विशिष्ट बाघों व 06 विशिष्ट शावकों की पहचान की गई तथा कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभाग में 109 विशिष्ट बाघों की पहचान की गई. इस प्रकार कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघ गणना फेज-4 2016-17 की गणना में न्यूनतम 208 विशिष्ट बाघों व 06 विशिष्ट शावकों की पहचान की गई है. वर्ष 2015 में किये गये फेज-4 में यह संख्या 163 पाई गई थी.
राजाजी टाइगर रिजर्व में भी स्थिति शानदार
राजाजी टाइगर रिजर्व में भारतीय वन्यजीव संस्थान व विश्व प्रकृति निधि (डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ.) के सहयोग से वर्ष 2016-17 में फेज-4 मॉनिटरिंग की गई. एक कैमरा ट्रैप का घनत्व 1.5 वर्ग कि0मी0 रखा गया. रिजर्व के कोर क्षेत्र में 562 कैमरे उपयोग में लाए गए. यह कार्य 28 जनवरी, 2017 से 03 जून, 2017 तक कोर क्षेत्र की 10 रेंजो में किया गया. प्रत्येक रेंज में 25-30 रातों को कैमरे लगाते हुये कुल 15,330 ट्रैप नाइट्स में 620 बाघों की फोटो प्राप्त हुई. इनका विश्लेषण कर विशिष्ट बाघों की पहचान की गई. राजाजी टाइगर रिजर्व के अन्तर्गत न्यूनतम 34 विशिष्ट बाघों तथा 05 विशिष्ट शावकों की पहचान की गई. वर्ष 2014 में किये गये अखिल भारतीय बाघ गणना में यह संख्या 16 पाई गई थी.