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बाजार में बिक रहे मैंगो जूस की असलियत तो जान लीजिये

mango_juice-1600x1200पटना। पड़ रही भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए अगर आप आम का जूस पीने जा रहे हैं, तो सावधान हो जाइये। आप कई ऐसे रोगों के शिकार हो सकते हैं जो जानलेवा भी बन सकते हैं। क्योंकि आम जूस के नाम पर रंग बिरंगा केमिकल जो मानव शरीर के लिए हानिकारक है परोसा जा रहा है।

इन दिनों गर्मी से परेशान हो रहे लोग सूख रहे गले को तर करने के लिए किसी ना किसी प्रकार का पेय पदार्थ का सहारा ले रहे हैं। ऐसे ही लोग की परेशानी को भांप कर शहर के प्रमुख चौक चौराहों पर एक दो नहीं कई मैंगो जूस की दुकानें खुल गई हैं। जहां दिखाने के लिए तो पीले-पीले आम होते हैं, लेकिन परोसने के लिए सिर्फ केमिकल युक्त आरारोट एवं क्रीम का घोल होता है। क्रीम मिला हुआ जूस मैंगो फ्लेवर युक्त होता है, लेकिन उसमें मैंगो नहीं होता। कम पूंजी में अधिक आमद के लिए लोग चीनी की जगह केमिकल युक्त क्रीम का उपयोग कर रहे हैं। जो मानव शरीर के लिए कहीं अधिक हानिकारक है। पटना के अस्पताल चौक, डाक बंगला चौक, गांधी मैदान सहित कई जगहों पर आम के आम जूस की दुकान खोल दी गई हैं। जहां 20 रुपए से लेकर 50 रुपए प्रति गिलास तक आम का तथाकथित जूस लोगों को पिलाया जाता है। इन दिनों बाजार में अभी आम की आमद काफी कम है। जिस से आम की कीमत काफी अधिक है। बाजार में सौ रुपए प्रति किलो आम बिक रहा है। बताया जाता है कि एक किलो आम से एक या दो गिलास जूस निकाल निकाला जा सकता है। परंतु आम जूस बेचने वाले लोग को मात्र 20 रुपये में एक गिलास जूस पिला रहा है। इससे सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि वास्तव में आम का जूस लोगों को परोसा जा रहा है या जहर। ग्राहकों को लुभाने के लिए काउंटर के चारों तरफ मिट्टी या प्लास्टिक के बने आम का आकृतियां सजा देते हैं। और खाने के लिए काउंटर पर 2 से 4 किलो आम रखकर ग्राहकों को भ्रम में रखकर दिनों भर आम का जहरीला जूस पिलाते हैं।

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