बाढ़ से जूझ रहे केरल में ओणम उत्सव की चमक पड़ी फीकी, पीएम बोले- देश आपके साथ
केरल में हर साल फसलों के त्योहार ओणम को बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता रहा है, लेकिन इस बार बारिश और बाढ़ ने इस त्योहार की चमक फीकी कर दी है. केरल सरकार ने ओणम के आधिकारिक उत्सव को रद्द कर दिया है.
वहीं राज्य के कुछेक इलाकों में ओणम मनाया जा रहा है. इन सबके बीच दस दिनों तक चलने वाले दक्षिण भारत के इस प्रमुख त्योहार के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बधाई भी दी है. पीएम ने कहा कि केरल की जनता के साथ पूरा देश खड़ा है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘ओणम का यह त्योहार केरल के लोगों को पिछले कुछ दिन से उनके सामने आ रहीं विपत्तियों से उबरने की और अधिक शक्ति प्रदान करे.’ उन्होंने आगे कहा कि पूरा देश केरल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और वहां के नागरिकों की खुशहाली तथा समृद्धि की प्रार्थना करता है.
बता दें कि केरल में बारिश और बाढ़ की विभीषिका में अब तक 417 लोग जान गंवा चुके हैं. वहीं लाखों लोग बेघर हो गए हैं. इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने बताया कि सैकड़ों लोग राहत शिविरों से घरों को लौट रहे हैं, फिर भी अभी 8.69 लाख लोग 2,787 राहत शिविरों में हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बाढ़ से प्रभावित लोगों से केरल सरकार की वेबसाइट पर अपने नुकसान की जानकारी देने का आग्रह किया है. बाढ़ की वजह से 7,000 घर पूरी तरह से नष्ट हुए हैं और करीब 50,000 घरों को आंशिक रूप से नुकसान हुआ है.
केरल के बाढ़ पीडि़तों के लिए मदद के लिए लगातार लोग आगे आ रहे हैं. भारतीय एयरफोर्स की ओर से भी 20 करोड़ रुपये की राशि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (CMDRF) में दी गई है. वहीं CMDRF में अतिरिक्त फंड जुटाने के लिए वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने शुक्रवार को विशेष लॉटरी की घोषणा की. इसके हर टिकट की कीमत 250 रुपये होगी. सरकार को उम्मीद है कि इससे 100 करोड़ रुपये जुटेंगे.
सामान्य हो रही स्थिति
बाढ़ से प्रभावित केरल में स्थिति अब सामान्य होने लगी है. राज्य में दो दिनों से धूप निकल रही है और ज्यादातर इलाकों में पानी तेजी से घट रहा है. राज्य के 1,31,683 घरों की सफाई पूरी हो चुकी है जबकि 25.6 लाख बिजली कनेक्शन बहाल हुए हैं.