
एक कलयुगी बाप ने अपनी ही बेटी की चार लाख रुपए की सुपारी दे डाली और किलर को ऐसी बात कही जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप उठेगी। इसके बाद किलर ने लड़की को बड़ी ही निर्ममता से मार डाला। बाप ने अपनी बेटी को इसलिए मरवा दिया क्योंकि उसने किसी से प्यार करने का गुनाह किया था। वो गुनाह जिसका हर्जाना उसे अपनी जान गवां कर चुकाना पड़ा। न सिर्फ लड़की की जान गई बल्कि किलर ने उसके प्रेमी को भी मार दिया।

बता दें घटना बीते 14 जुलाई को बलरामपुर क्षेत्र के कंडा जंगल में एक किशोरी की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। मारी गई लड़की झारखंड के छतरपुर जिले के ग्राम अमवा निवासी अकबर हुसैन की बेटी सगुफ्ता परवीन थी। जबकि प्रेमी का नाम भोला साव जो झारखंड के लातेहार जिले का रहने वाला था, उसकी लाश भी मिली। शुरुआती जांच में ही मामला साफ हो गया था कि दोनों हत्याओं के तार आपस में जुड़े हुए हैं।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने इसी दिशा में अपनी जांच को आगे बढ़ाया। बाद में साफ हो गया कि सगुफ्ता और भोला के बीच प्रेम संबंध था। लेकिन अलग मजहब होने की वजह से सगुफ्ता के पिता को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। जब लड़की के पिता को ये बेटी के प्यार के बारे में पता चला तो उसने सारे रिश्ते नाते खत्म कर बेटी और उसके प्रेमी को मरवा दिया। 19 मई को सगुफ्ता और भोला घर से भाग गए और करीब एक महीने तक इधर-उधर भटकते रहे। इसके बाद अजीमुल्ला अंसारी ने भोला साव व सगुफ्ता को घर में लगभग 15 दिनों तक शरण दी थी। वह दोनों को पहले से जानता था। वहीं दूसरी और बेटी के घर से भाग जाने पर बौखलाए बाप ने किशोरी और उसके प्रेमी की सुपारी देकर हत्या का सौदा चार लाख में तय कर लिया। मृतका के पिता ने यह कहते हुए सौदा तय किया कि उनकी बेटी ने उनके मान-सम्मान को ठेंस पहुंचाई है, इसलिए अब दोनों को जीने का कोई हक नहीं है।
अजीमुल्ला अंसारी के घर से किशोरी को लेकर भोला साव कहीं दूर ले जाने की बात कर निकला था। चूंकि आरोपियों ने हत्या की सुपारी ले ली थी, इसलिए जलाल अंसारी, जिन्न्त हुसैन व अजीमुल्ला ने उनका पीछा किया और रमकंडा के जंगल में दोनों को घेर लिया। हत्या को अंजाम देने के लिए शगीर अंसारी व इकबाल अंसारी को बुलाया गया था। शगीर अंसारी द्वारा कैश नामक शिक्षक से मदद मांग उसकी स्कार्पियो के चालक पहलवान को भी इस षडयंत्र में शामिल किया गया। रमकंडा जंगल से हथियार के बल पर दोनों को बारेसांड़ थाना के सुगाबांध जलप्रपात के पास ले जाया गया था।
यहां शगीर अंसारी ने भोला साव को गोली मारी और इकबाल अंसारी ने चाकू से उसका गला रेता। यहां से सभी पस्ता थाना के कंडा जंगल पहुंचे थे और अजीमुल्ला ने यहां सगुफ्ता को गोली मार दी। आरोपी कुख्यात शूटर हैं। आरोपी अजीमुल्ला उर्फ रेहान उर्फ अजमेर का पेशेवर सुपारी किलर है। पूर्व में हत्या के मामले में वह जेल जा चुका है। बिहार के औरंगाबाद जिले के माली थाना पुलिस को हत्या के वारदात में शामिल रहने के कारण लंबे समय से इसकी तलाश थी। शगीर अंसारी द्वारा दाउद गैंग के साथ मिलकर काम किया जा चुका है।