बाबरी मस्जिद गिराने में सेना का भी हाथ था : आजम
दस्तक टाइम्स/एजेंसी
लखनऊः उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता आजम खान ने कहा कि बाबरी मस्जिद गिराने में सेना का भी हाथ था। आजम ने कहा कि अयोध्या में 500 साल पुरानी जो इमारत खुद ही गिरने वाली थी, उसे विश्व हिंदू परिषद ने गिरा दिया था। इस दौरान सेना ने भी कोई कार्रवाई नहीं की थी। जानकारी के अनुसार बाबरी ढांचा मामले में शामिल लोगों की तरफ से मस्जिद के लिए पत्थर तराशे जाने की बात कहने के बाद आजम का ये बयान आया है। गुरूवार को आजम से पूछा गया था कि लोग कह रहे हैं कि कोर्ट में मामला नहीं सुलझने पर राम मंदिर के लिए संसद में कानून बनाया जाएगा।इस पर आजम ने कहा कि 6 दिसंबर 1992 को संसद से कोई बिल पास नहीं हुआ था। न किसी कोर्ट ने इजाजत दी। हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट का स्टे था, तत्कालीन सीएम ने हलफनामा भी दिया था। इसके बावजूद मस्जिद गिरा दी गई। केंद्र की तत्कालीन नरसिंह राव सरकार ने वहां तीन दिन तक मंदिर का ढांचा भी बनवाया। आजम ने आरोप लगाया कि फौज ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। सब मिल गए थे। सब एक हो गए थे मस्जिद के खिलाफ। फिर एक हो जाएंगे तो क्या किया जा सकता है। सारी मस्जिदें गिरा लें।