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बाबा के भक्तों सेे सुरक्षा में 300 पीसीआर दौड़ती रही सड़कों पर

नई दिल्ली : बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह की सजा के ऐलान से पहले ही दिल्ली पुलिस ने पूरी राजधानी को किला बना दिया था और अंध समर्थकों के पास किला भेदने की चुनौती थी। दिल्ली पुलिस की पीसीआर यूनिट ने आधा दर्जन जिलों को संवेदनशील मानते हुए वहां 300 अधिक पीसीआर वैन को तैनात किया था, जो पूरे जिले में गश्त कर रही हैं। दिल्ली पुलिस पीसीआर यूनिट के सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से पूर्वी, उत्तर पूर्वी, शाहदरा, रोहिणी, बाहरी व दक्षिण पश्चिमी जिले संवेदनशील हैं, जहां स्थानीय पुलिस के साथ ही पीसीआर यूनिट की वैन को सक्रिय किया गया है। पीसीआर कर्मियों को विशेष निर्देश देते हुए इलाके में गश्त करने के निर्देश थे, तो वहीं प्रत्येक गाड़ी को उसकी बीट में गश्त करके संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी की जिम्मेदारी दी गई थी।

पीसीआर में सभी इंस्पेक्टर्स को इंचार्ज बनाया गया था, तो वहीं बॉर्डर के इलाकों में पचास पीसीआर की गाडिय़ां गश्त कर रही थीं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने आधा दर्जन जिलों को संवेदनशील करते हुए वहां उनके अनुयायियों को चिन्हित किया है और उन इलाकों पर खास निगरानी है। इसके अलावा बीएसएफ की कुछ रिजर्व बटालियन भी पुलिस को दी गई हैं, जो मौका पडऩे पर सुरक्षा के लिए प्रयोग की जा सकती है। पुलिस द्वारा चिन्हित किए गए ज्यादातर इलाके यमुनापार के हैं, तो वहीं वह इलाके भी रडार पर हैं, जहां से दिल्ली में प्रवेश किया जा सकता है। लोनी, वजीराबाद, राष्ट्रीय राजमार्ग एक व दस, आनंद विहार, बदरपुर ऐसे इलाके हैं, जहां पीसीआर पुलिस की निगाहें संदिग्धों की तलाश करेंगी। उन्होंने बताया कि स्थनीय पुलिस के साथ ही पीसीआरकर्मी ऐसी बसों पर निगरानी रखे हुए हैं, जिनके ऊपर किसी भी तरह का बैनर लगा हुआ है अथवा बस के भीतर से नारेबाजी की जा रही हो। इसके अलावा पीसीआर पुलिस स्टाफ को गश्त करते हुए किसी भी तरह की भीड़ जमा होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करने की बात कही गई है।

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