बाराबंकी पुलिस से परेशान होकर खटखटाया सीएम का द्वार
लखनऊ : यू.पी. में बाराबंकी जिले की पुलिस से न्याय नहीं मिलने का कारण थाना कोठी निवासी युवक ने मुख्यमंत्री कार्यालय, पुलिस महानिरीक्षक और डी.जी. विजिलेंस से मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है । बताया जा रहा है कि अरुण मिश्र के आवेदन के बाद अब बाराबंकी पुलिस हरकत में आ गई हैं और उन्होंने इस मामले में सही जांच करवाने की बात कही है, जबकि इससे पहले थाना कोठी के एसओ और एसआई मामले की लीपापोती में जुटे हुए थे।
जानकारी के अनुसार, व्यापारी अरुण मिश्र ग्राम समाज के हित में एक मंदिर बनवा रहे हैं। अरुण के पुत्र जब उस मंदिर के निर्माण कार्य को देखकर घर लौट रहे थे तभी राहुल मिश्र और उमेश मिश्र द्वारा उनके पुत्र पर सर्जिकल ब्लेड से जानलेवा हमला किया गया। उनके पुत्र के कलाइयों की नसें कट गईं और ज्यादा खून बहने से वह बेहोशी की हालत में आ गया। इसकी शिकायत जब थाने में की गई तो एसओ औऱ एसआई ने केस को मजबूत बनाने के लिए पैसों की मांग की। स्थिति यह हो गई कि न तो इस मामले में अभी तक कोई तफ्तीश हुई और न ही कोई कार्रवाई।
बाद में जब एसओ और एसआई की मांग पूरी नहीं हो पाई तो पुलिस अरुण मिश्र को लगातार परेशान करने लगी और पैसे नहीं देने पर फंसाने की धमकी देने लगी। अरुण मिश्र ने एसओ और एसआई से संपर्क किया तो कहा गया कि 5 लाख रुपए जल्द से जल्द दे दो नहीं तो मंदिर पर अब आगे एक ईंट भी नहीं ऱखने दूंगा। उल्टे झूठे मुकदमों में फंसाकर अंदर कर दूंगा। अरुण मिश्र ने जब देखा कि प्रशासन मदद करने की बजाय उल्टे प्रताड़ित करने पर उतारू है तब उन्होंने सीएम ऑफिस, पुलिस महानिरीक्षक और डी.जी. विजिलेंस सहित अन्य जगहों पर गुहार लगाई ताकि उन्हें न्याय मिल सके।