बाराहोती में LAC के उसपार अचानक हरकत में दिखी चीन की सेना, ड्रोन के साथ दस्ते की तैनाती
नई दिल्ली: चीन की सेना पिछले साल से लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कई जगहों पर अभी भी भारत के साथ आमने-सामने की स्थिति में है। अलबत्ता कुछ जगहों से दोनों सेनाएं बातचीत के बाद पीछे जरूर हटी हैं। लेकिन, बातचीत की जारी प्रक्रिया के दौरान ही अब चीन ने अचानक से उत्तराखंड के बाराहोती इलाके में एलएसी के उसपार सैन्य गतिविधियां बढ़ा दी हैं। उसने पास के अपने एयर बेस को भी सक्रिय कर दिया है और वहां बड़ी संख्या में ड्रोन भी तैनात कर दिए हैं। ड्रैगन की इस हरकत पर भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना की चौकस नजर है और वह किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं। बाराहोती इलाके में क्यों हरकत में आया चीन ? चीन ने लद्दाख के बाद उत्तराखंड में भी संदेहास्पद हरकत शुरू कर दी है।
राज्य के बाराहोती इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा के उसपार पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) की गतिविधियां अचानक से बढ़ गई हैं। वहां पर हाल में उसकी एक पलटन की तैनाती कई गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई से इसके बारे में एक सूत्र ने कहा है, ‘हाल ही में पीएलए की एक पलटन (करीब 35 जवान) को उत्तराखंड के बाराहोती इलाके में हरकत करते और पूरे इलाके का जायजा लेते देखा गया है। काफी लंबे वक्त के बाद उस इलाके में चीन की गतिविधि देखी गई है।’ हालांकि, उन्होंने कहा कि ‘चीन की सेना जबतक वहां पर है, उसकी लगातार निगरानी की जा रही है।’
एयर बेस पर चीन ने बड़ी संख्या में तैनात किए ड्रोन सूत्रों ने कहा है कि बाराहोती इलाके के पास के एयरबेस पर भी चीनी सेना की गतिविधि बढ़ गई है। वहां पर उनकी ओर से बड़ी संख्या में ड्रोन तैनात किए गए हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेंट्रल आर्मी चीफ लेप्टिनेंट जनरल वाई डीमरी ने भी हाल ही में चीन से सटे सेंट्रल सेक्टर की सीमा का दौरा किया है और हालात के साथ-साथ ऑपरेशन तैयारियों का जायजा लिया है। सूत्रों के मुताबिक भारत की ओर से भी उस इलाके में पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा एजेंसियों को लगता है कि चीन उस इलाके में किसी भी हरकत को अंजाम देने की कोशिश कर सकता है, लेकिन पूरे सेंट्रल सेक्टर में भारत की ऑपरेशनल तैयारी उच्च स्तर की है।
भारत ने भी चौकस की अपनी तैयारी सूत्रों का कहना है कि सेंट्रल सेक्टर में भारत ने अपने अतिरिक्त सैनिकों को तैनात किया है और उसके पीछे के ठिकानों पर भी उनकी तैनाती बढ़ा दी गई है। भारतीय वायु सेना ने भी चिन्यालीसौड़ एडवांस लैंडिंग ग्राउंड समेत अपने कुछ एयर बेस को सक्रिय कर दिया है, जहां पर एएन-32 लगातार उतर रहे हैं। उस इलाके में भारी भार ढोने वाले चिनूक हेलीकॉप्टर भी ऑपरेशन में हैं और जब भी जरूरत होगी वहां पर इंटर-वैली ट्रूप की तैनाती की जा सकेगी।