बारिश कराने के लिए पहाड़ बनाएगा यूएई
एजेंसी/ रियाद। महत्वाकांक्षी बड़ी परियोजनाओं को पूरा करा संयुक्त अरब अमीरात के लिए कोई नई बात नहीं है। बात चाहें दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा के निर्माण की हो या दुबई के पास समुद्र में बनाए गए पाम जुमैराह की।
अब यूएई एक पहाड़ बनाने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रहा है। इस योजना के बारे में सबसे अहम बात यह है कि इस दुस्साहस के बावजूद यह एक खास मकसद के लिए किया जा रहा है, वह है देश में बारिश कराने के लिए।
दुबई के पब्लिकेशन अरबियन बिजनेस के अनुसार, यूएई इस बात के मूल्यांकन के शुरुआती स्तर पर है कि इंसानों के द्वारा बनाए गए पहाड़ से देश में बारिश कराने में कैसे मदद मिल सकती है। इसके लिए वह अमेरिकी नेशनल सेंटर फॉर एटमॉस्फिरिक रिसर्च (NCAR) के विशेषज्ञों से चर्चा भी कर रहा है।
NCAR के रोइलॉफ ब्रुइंटजेस ने अरबियन बिजनेस को बताया कि हम यह पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि किस तरह के पहाड़ से मौसम पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह कितना उंचा होना चाहिए और इसकी ढाल कितनी होनी चाहिए। पहले कदम के रूप में हम इस गर्मियों में इस बारे में पहले चरण की रिपोर्ट देंगे।
उन्होंने बताया कि अब तब दुबई ने चार लाख डॉलर इस आईडिया पर रिसर्च के लिए खर्च किए हैं। मगर, इस परियोजना को पूरा करने में काफी अधिक कीमत चुकानी होगी। पहाड़ बनाना कोई आसान काम नहीं है।
बारिश के लिए पहाड़ अहम होते हैं। जैसे ही नम वायु पहाड़ों पर पहुंचती है, यह ऊपर उठने के लिए मजबूर होती है और ठंडी होकर यह तरल में बदलती है, जो आखिर में बारिश की बूंदों के रूप में नीचे गिरती है। इसका अर्थ है कि बारिश उस तरफ के पहाड़ी इलाकों में होगी, जहां से हवा टकराएगी और पहाड़ का दूसरा हिस्सा सूखा रहेगा।
यूएई में बारिश एक बड़ा मुद्दा है। गर्मी के दिनों में जब तापमान 110 डिग्री फारेनाइट तक पहुंच जाता है, तब कुछ चुनिंदा दिनों में ही यहां बारिश होती है। बाकी पूरे सालभर में पांच इंच बारिश भी नहीं होती है। वहीं इसकी तुलना में वॉशिंगटन डीसी में हर साल 40 इंच तक बारिश होती है।