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बारिश ने तोड़ा सात साल का रिकार्ड, दो दिन में हुई 50.6 मिमी बारिश

rain merrutमेरठ: दो दिन लगातार हुई बारिश ने जिले में बारिश का सात साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। मार्च महीने के पहले दो दिन में ही बारिश का आंकड़ा 50.6 मिमी पहुंच गया है, जबकि अभी तक सबसे अधिक बारिश साल 2014 में 43.5 मिमी थी। साल 2014 में बारिश का यह आंकड़ा पूरे महीने का था, जबकि अभी इस साल मार्च महीने के केवल दो ही दिन बीते हैं। मौसम विभाग की माने तो अभी आगे भी वेस्टर्न डिस्ट्रबेंस आने की संभावना बनी है। यदि ये वेस्टर्न डिस्ट्रबेंस लोकल स्तर पर मजबूत हुए तो आगे भी बारिश की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। मौसम विभाग से प्राप्‍त आंकड़ों के मुताबिक, साल 2008 में 0.0 मिमी, 2009 में 12 मिमी 2010 – 0.0 मिमी, 2011 में 8 मिमी और 2012 में 33.2 मिमी। इसके अलावा 2013 में 6.2 मिमी, 2014 में 43.5 मिमी और 2015 में 50.6 मिमी बारिश ने सभी का रिकार्ड तोड़ दिया है।

बारिश के साथ चली तेज हवा से शहर में कई स्थानों पर पेड़ टूटकर बिजली की तारों पर जा गिरे, जिससे बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं। सबसे अधिक नुकसान मोहनपुरी नाले पर हुआ है। यहां सात पोल उखड़ कर गिर पड़े हैं। बेगमबाम में पेड़ गिरने से यहां बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं। देर शाम तक इस इलाके में पूरी तरह से बिजली आपूर्ति नहीं हो सकी थी। कर्मचारी बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए जुटे हुए थे। मेरठ कॉलेज के पास भी तेज हवा से पेड़ गिर गया। इसके अलावा ब्रहमपुरी क्षेत्र में जलभराव के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। अधीक्षण अभियंता पीके निगम का कहना है कि जहां भी लाइनों में ब्रेक डाउन आया है वहां उन्हें ठीक कराने का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। कोशिश की जा रही है कि सभी जगह बिजली आपूर्ति जल्द से जल्द सुचारू करा दी जाए। मोहनपुरी नाले पर सात पोल गिरने से अधिक समस्या आ रही है। हालांकि, यहां भी काम तेजी से पूरा किया जा रहा है।

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