बालों की सफाई के साथ पोषण का रखे ध्यान
आजकल महिलाएं बालों की किसी ना किसी समस्या से परेशान है। जिसके लिए ना जाने वह कितने प्रकार के जतन भी करती हैं। लेकिन कुछ आसान तरीकों को अपनाकर बालों को सुंदर और आकर्षक बनाया जा सकता है।सबसे पहले बालों को धोने के लिए रीठा, शिकाकाई व सूखे आंवले को बराबर मात्रा में लेकर उन्हें थोड़े से पानी में भिगो दें। अब इस मिश्रण के पानी से अपने बालों को धोएं।बालों की सफाई के साथ-साथ उनके पोषण पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके लिए बालों की जड़ों में तेल की मालिश जरुरी है। तेल आप कोई भी ले सकती हैं। जैसे- नारियल का तेल, जैतून का तेल, आंवले का तेल, बादाम का तेल, शुद्ध सरसों का तेल, तिल का तेल इत्यादि। एक बर्तन में पानी को उबालें, किसी छोटी कटोरी में तेल लें, कटोरी को गरम पानी में रख कर गुनगुना करें फिर इस गुनगुने तेल से अपने सिर की मालिश करें। तेल को उंगलियों के पोरों से लगाएं या फिर रूई के फाहे से लगाएं। बालों का नैर्सिगक सौंदर्य बनाए रखने के लिए रूसी, जुओं तथा अन्य बीमारियों से बचाव करना भी अति आवश्यक है। रूसी होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे- केशों का ज्यादा समय तक गंदा रहना, तैलीय भोजन का अधिक सेवन करना, दूसरे की कंघी व हेयर ब्रश का इस्तेमाल करना, मासिकचक्र में गड़बड़ीआदि। सदैव औषधियुक्त शैंपू का ही प्रयोग करें।
रूसी के लिए कुछ घरेलू उपचार भी किए जा सकते हैं। पानी और सिरका बराबर मात्रा में लेकर बालों की जड़ों में लगाएं तथा आठ-दस घंटों के लिए इसे लगा रहने दें फिर सादे पानी से सिर धो लें।इसके अलावा नींबू के रस की दो-तीन बूंदें तिल के तेल या नारियल का तेल या सरसों के तेल में डाल कर उंगली से फेंट कर मिश्रण बना लें। इस मिश्रण को अपने बालों की जड़ों में लगाएं। नींबू व सिरके की अम्लता त्वचा पर जमी गंदगी तथा मृत कोशिकाओं को साफ कर देती है।कुपोषण के शिकार केश अत्यधिक शुष्क तथा दोमुंहे होते हैं। अत- संतुलित भोजन करें। प्रयास करके तरल पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में करें।बालों को सुंदर बनाए रखने के लिए सप्ताह में दो बार अंडे की जरदी में तेल मिला कर अपने बालों में लगाएं। फिर थोड़ी देर बाद बालों को धो लें।डाई, पा\मग, ब्लीिंचग आदि का प्रयोग बहुत ही कम करें या हो सके तो बिल्कुल ना करे। बालों का कम उम्र में सफेद होना सभी के लिए िंचता का विषय बन जाता है। वंशानुगत बीमारी, मानसिक तनाव, सदमा, भोजन में वैâल्शियम व अन्य पोषक तत्वों की कमी आदि ही इसके मुख्य कारण होते हैं। हार्मोनों की गड़बड़ी भी इसकी वजह हो सकती है परंतु व्यायाम व योगासनों द्वारा थायराइड व पिटयूटरी ग्रंथियों की क्रिया को संतुलित किया जा सकता है। शीर्षासन इसके लिए बहुत लाभप्रद है।कभी भी सफेद बालों को उखाड़ने की कोशिश न करें, संभव हो तो इनके स्थायी इलाज का ही प्रयास करें।सिर के पूरे बालों को सामने की तरफ गिरा कर कंघी करें। बायीं तरफ सिर झुका कर पूरे बाल बायीं तरफ करके तथा दाहिनी तरफ सिर झुका कर पूरे बाल दाहिनी तरफ करके ब्रश करें। इससे बालों की जड़ें तो मजबूत होती ही हैं साथ ही वह चमकीले व स्वस्थ भी बने रहते हैं।बालों में तेल की मालिश करने के बाद तौलिया लेकर उसे गरम पानी में डुबो कर अच्छी तरह निचोड़ लें और सिर के चारों तरफ लपेट लें। यह क्रिया एक या दो बार करें, इससे भी आपके बाल मजबूत होते हैं।