लखनऊ : बागपत जिला जेल में अंडरवर्ल्ड डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की सोमवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप जहां बागपत जेल में ही बंद गैंगस्टर सुनील राठी पर लग रहा है, वहीं अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है। इस नए मोड़ की वजह है, खुद मुन्ना बजरंगी की पत्नी की पुलिस को दी गई तहरीर। इस तहरीर में मुन्ना की पत्नी सीमा सिंह ने जौनपुर के पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह और प्रदीप सिंह पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया है। सीमा सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा है कि बागपत जेल में हुई मेरे पति की हत्या साल 2016 में हुए पुष्पांजलि सिंह डबल मर्डर और साल 2017 में हुए तारिक हत्याकांड की पुनरावृत्ति लग रही है। जिसे जौनपुर के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद धनंजय सिंह, मुन्ना बजरंगी के पूर्व सहयोगी प्रदीप सिंह, प्रदीप के पिता रिटायर्ड डीएसपी जी.एस. सिंह और उनके सहयोगी राजा ने अंजाम दिया है।
मुन्ना की पत्नी ने आगे लिखा, इन्हीं लोगों ने अपने राजनीतिक सहयोगियों से मिलीभगत कर मेरे पति को मौत के घाट उतार दिया है। इन तथ्यों को विवेचना में शामिल करें। मुन्ना बजरंगी के परिजनों ने पहले ही आशंका जताई थी कि बागपत जेल में उनकी हत्या हो सकती है। बीते 29 जून को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने कहा था कि जेल में उनके पति की जान को खतरा है। कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों का बगैर नाम लिए सीमा सिंह ने कहा था कि साजिश रचकर कई बार उनके पति को जेल में ही जान से मारने का प्रयास किया जा चुका है। इस संबंध में सीमा सिंह ने पुलिस के कई बड़े अधिकारियों के खिलाफ न्यायालय में भी शिकायत की थी।
मुन्ना बजरंगी की गिनती पूर्वांचल के कुख्यात अपराधियों में होती है। कई बड़ी आपराधिक वारदातों में बजरंगी का नाम सामने आया था। इनमें नवंबर 2005 में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का मामला भी शामिल है। आरोप है कि बाहुबली विधायक और बीएसपी नेता मुख्तार अंसारी के कहने पर मुन्ना बजरंगी ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। इस बीच जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में आईपीसी 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर जुडिशल इंक्वायरी के भी आदेश दे दिए गए हैं। जेल के अंदर ही सनसनीखेज तरीके से हत्या होने के बाद कई उठाये जा रहे हैं।