बेगूसराय (बिहार) 8 अक्टूबर. बिहार के बेगूसराय की दूसरी चुनावी सभा में में नरेन्द्र मोदी ने अधिकतर वही बातें दोहराई जो उन्होंने अपनी मुंगेर की सभी में कहीं थीं. उन्होंने महागठबंधन पर तीखेशब्द बाण चलाते हुए कहा कि यह बिग बास का घर है, यहां सभी एक-दूसरे से कतराते हैं. 1990 से आज तक के 25 सालों के दौरान लालू यादव के वही डायलाग हैं, नया कुछ नहीं है, नया है तो बस इतना कि वे अपने बेटों को लेकर आए हैं. जंगलराज में कोई उद्योगपति निवेश करने को तैयार नहीं होता. जंगलराज में सिर्फ अपहरण उद्योग ही चलता है.
मोदी ने कहा कि आजादी के बाद से किसी ने गरीबों का भला नहीं किया. अहंकार में डूबी कांग्रेस लोकसभा चुनावों में 400 से 40 सीटों पर सिमटकर रह गई. दिल्ली सरकार ने बिहार के विकास के लिए एक लाख 65हजार करोड का पैकेज दिया है. बिहार के अहंकारी नेता उस पैकेज को बिहार में आने ही नहीं देंगे ऐसे में बिहार का विकास कैसे होगा. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनावों में जंगलराज और विकासराज की लडाई है. बिहार की जनता चुनावों में विकास के नाम पर वोट देगी.
मोदी ने अपनी बेगूसराय की दूसरी सभा में लालू यादव पर फिर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सबको पता है कि उन्होंने 15 वर्षो में क्या खाया है. उन्होंने कहा कि लालूराज में न सड़के बनी, न अस्पताल बने, न पानी, न बिजली के लिए कोई काम हुआ। यहां कायम हुआ तो सिर्फ जंगलराज. जंगलराज में कोई भी उद्योगपति निवेश करने को तैयार नहीं होता. जंगलराज में एक ही उद्योग पनपा, वह है अपहरण उद्योग.
उन्होंने कहा कि लालू यादव के 1990 के डायलाग और आज के डायलागों का मिलान करे तो सिर्फ इतना कि अपने बेटों को लाना ही नया है. उन्होंने कहा कि लालू यादव जो कुछ बने है यदुवंशियो की बदौलता बने है. आज वे यदुवंशियो को ही गाली दे रहे है.
पीएम मोदी ने नीतिश के लिए कहा कि वे जंगलराज कायम करने वालों के साथ बैठे हैं. मोदी ने जय प्रकश नारायण को याद करके कहा कि उन्होंने राष्ट्र कवि दिनकर का नारा दिया था “सिंहसन खाली करो कि जनता आती है” उन्होंने कहा कि आजादी के समय जो काम बंदे मातारम् से किया था वही काम इस नारे ने किया और नौजवानों को एकत्रित कर देश का इतिहास बदल दिया था. उन्होंने फिर कहा कि बिहार के पानी ओर जवानी का सदपयोग किया जाए तो बिहार की तस्वीर बदल सकती है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन महास्वार्थ गठबंधन है, यह बिगबास का घर है। महास्वार्थ गठबंघन के लोग एक-दूसरे से कतराते हैं.