प्रदेश बनने के बाद से लगातार तीसरी सबसे बड़ी पार्टी रही बसपा ने हाल के विधानसभा चुनाव में सबसे कमतर प्रदर्शन किया है। पार्टी इस चुनाव में खाता ही नहीं खोल पाई। इसकी गाज कई प्रदेश पदाधिकारियों पर गिरी और पार्टी सुप्रीमो मायावती पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश कुमार और नत्थू लाल सहित कई नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
नए प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए चौधरी चरण सिंह के स्वागत के लिए बृहस्पतिवार को शिवालिक नगर स्थित प्रदेश कार्यालय पर कार्यक्रम रखा गया था। इसकी भनक लगने पर पार्टी से निकाले गए सतीश कुमार, नत्थू लाल आदि नेता और उनके समर्थक प्रदेश कार्यालय पहुंच गए। नेताओं और समर्थकों ने प्रदेश प्रभारी नसीमुद्दीन सिद्दीकी व प्रदीप जाटव के खिलाफ नारेबाजी शुरू करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
इस बीच एक कार्यकर्ता गुस्से में आपा खो बैठा और हाथ में चप्पल लेकर प्रदेश अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह की तरफ बढ़ा। इससे पहले कि कार्यकर्ता चप्पल फेंकता, आसपास मौजूद अन्य कार्यकर्ताओं ने उसे रोक लिया। हंगामा और धक्का मुक्की इसके बाद भी जारी रही। पार्टी से निकाले गए नेताओं और उनके समर्थकों को शांत कराते हुए बसपाइयों ने पुलिस को सूचना दी। जिस पर पुलिस ने कार्यालय पहुंचकर हंगामा शांत कराया।