नई दिल्ली : अब देश में खपत से अधिक बिजली उत्पादित होने लगी है। भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा बिजली उत्पादक देश बन गया है। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के अनुसार भारत ने पहली बार वर्ष 2016-17 में नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार को 579.8 करोड़ यूनिट बिजली निर्यात की। इस समय देश में कुल 22 न्यूक्लियर पावर प्लांट बिजली पैदा कर रहे हैं जिनसे कुल 6,780 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है। 2021-22 तक दस नए स्वदेशी न्यूक्लियर पावर प्लांट से 7,000 मेगावाट बिजली पैदा की जा सकेगी। 2017-18 में ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक को- ऑपरेशन एंड डेवलपमेंट (ओईसीडी) की रिपोर्ट में बताया गया कि सरकार पर भरोसा करने के मामले में भारत शीर्ष पर है। इसमें कनाडा दूसरे और तुर्की तीसरे स्थान पर है। मई 2015 में विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम यांग किम ने पीएम मोदी को चमत्कारिक नेता बताया। एक साल में गरीबी समाप्त करने को उठाए गए दूरदृष्टि वाले कदम के लिए कहा कि मोदी जैसे नेताओं की दुनिया को जरूरत है। 2017 में क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लगातार किए जा रहे फैसले के चलते भारत की रेटिंग को 13 साल बाद सुधारते हुए बीएए3 से बढ़ाकर बीएए2 कर दिया।पीएम की अगुआई में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन बना। 122 देशों के इस गठबंधन का मुख्यालय राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान गुरुग्राम में बन रहा है। भारत दो अरब रुपये की आर्थिक मदद दे रहा है। विश्व बैंक की रिपोर्ट में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में पिछले साल के 130वें स्थान से 30 अंकों की छलांग लगाते हुए भारत अब 100वें नंबर पर पहुंच गया है।सितंबर, 2017 में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को अहम रक्षा सहयोगी का दर्जा दिया। आतंकवाद की चुनौतियों से निपटने तथा क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और सुरक्षा को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।