ज्ञान भंडार
बिल्डर आत्महत्या मामले में आरोपी नगरसेवकों ने किया आत्मसमर्पण
मुंबई। ठाणे के बिल्डर सूरज परमार आत्महत्या मामले में आरोपी ठाणे महानगर पालिका के चारों नगरसेवकों ने शनिवार को ठाणे पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। नगरसेवक हणमंत जगदाले, सुधाकर चव्हाण, नजीब मुल्ला और विक्रांत चव्हाण ने कापूरबावड़ी स्थित एसीपी कार्यालय जाकर खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। गिरफ्तारी के बाद दो आरोपी नगरसेवक जगदाले और सुधाकर की तबीयत अचानक खराब हो जाने से उन्हें मेडिकल जांच के लिए जेजे अस्पताल भेजना पड़ा। अन्य दोनों नगरसेवकों नजीब और विक्रांत को अदालत में हाजिर किया गया। अदालत ने दोनों आरोपियों को 14 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। गौरतलब है कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने चारों नगरसेवकों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर शनिवार तक पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था। शनिवार सुबह करीब 8 बजे इन नगरसेवकों ने कापूरबावड़ी एसीपी आफिस जाकर आत्मसमर्पण कर दिया।
कानूनी प्रक्रिया पूरी कर चारों नगरसेवकों को चेकअप के लिए जिला सिविल अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद इन्हें कोर्ट में पेश किया गया। अदालत में सुनवाई के दौरान आरोपी नगरसेवक विक्रांत, सुधाकर और हणमंत के सीने में दर्द होने लगा। जिसके चलते इन्हें फिर से जिला सिविल अस्पताल भेजा गया। विक्रांत को डाक्टरों ने पूरी तरह से स्वस्थ पाया। जबकि अन्य दो नगरसेवकों जगदाले और सुधाकर को मेडिकल चेकअप के लिए जेजे अस्पताल भेज दिया गया।
19 करोड़ दिए चुनाव फंड में
पुलिस सूत्रों के अनुसार राजनीतिक दलों के नेताओं ने करीब 19 करोड़ रुपए चुनावी फंड के नाम पर परमार से वसूल किए थे। परमार से पैसे लेनेवालों में शिवसेना, कांग्रेस व मनसे के बड़े नेता तथा आरपीआई के नगरसेवक शामिल हैं। परमार की डायरी में नेताओं के सांकेतिक नाम मिले हैं। उसमें ई. एस., पी. एस., एच. एम., एम. एस. तथा एन. डी. जैसे संक्षिप्त अक्षर शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार राजनीतिक दलों के नेताओं ने करीब 19 करोड़ रुपए चुनावी फंड के नाम पर परमार से वसूल किए थे। परमार से पैसे लेनेवालों में शिवसेना, कांग्रेस व मनसे के बड़े नेता तथा आरपीआई के नगरसेवक शामिल हैं। परमार की डायरी में नेताओं के सांकेतिक नाम मिले हैं। उसमें ई. एस., पी. एस., एच. एम., एम. एस. तथा एन. डी. जैसे संक्षिप्त अक्षर शामिल हैं।