
उत्तर प्रदेशराज्यलखनऊ
बिल रोकने पर गवर्नर हाउस पर भड़के आजम, कहा- बेईमान मेयरों को पनाह देना गलत

‘करप्शन को दिया जा रहा बढ़ावा’…
– आजम ने कहा कि गवर्नर हाउस बिल रोककर नगर निगमों में करप्शन को बढ़ावा दे रहा है।
– डेढ़ साल से बिल रोकना बेहद अफसोसजनक है। इसे क्यों रोका गया, इसकी वजह बतानी चाहिए।
-पालिका परिषद और नगर पंचायत अध्यक्षों के करप्ट और क्रिमिनल बिहेवियर पर एक्शन लिया जाता है, तो नगर निगम के मेयरों को मनमानी की छूट क्यों दिया जाए?
– यह हैरत की बात है कि बीजेपी को न जाने क्यों ऐतराज है? लगता है बीजेपी के मेयरों को सजा न मिल सके। इसलिए बिल को मंजूरी नहीं दी जा रही। आखिर मैं कैसे महकमा चलाऊं…।
– डेढ़ साल से बिल रोकना बेहद अफसोसजनक है। इसे क्यों रोका गया, इसकी वजह बतानी चाहिए।
-पालिका परिषद और नगर पंचायत अध्यक्षों के करप्ट और क्रिमिनल बिहेवियर पर एक्शन लिया जाता है, तो नगर निगम के मेयरों को मनमानी की छूट क्यों दिया जाए?
– यह हैरत की बात है कि बीजेपी को न जाने क्यों ऐतराज है? लगता है बीजेपी के मेयरों को सजा न मिल सके। इसलिए बिल को मंजूरी नहीं दी जा रही। आखिर मैं कैसे महकमा चलाऊं…।
बीजेपी ने जताया ऐतराज
– बीजेपी के सुरेश खन्ना ने इस बात पर एतराज जताते हुए कहा कि ऐसा करना सदन की परंपरा का उल्लंघन है।
– सदन में गवर्नर हाउस पर किसी भी तरह का कमेंट नहीं किया जाना चाहिए।
– इस पर स्पीकर माता प्रसाद पांडेय ने आजम से कहा, “यह संवैधानिक व्यवस्था है कि राज्यपाल किसी विधेयक को रोक सकते हैं। आपकी भावना से मैं उनको व्यक्तिगत रूप से अवगत करवा दूंगा।”
-माता प्रसाद पांडेय ने बीजेपी के सुरेश खन्ना को भी भरोसा दिलाया कि वह जो भी आपत्तिजनक होगा, उसे कार्यवाही से हटा देंगे।
– सदन में गवर्नर हाउस पर किसी भी तरह का कमेंट नहीं किया जाना चाहिए।
– इस पर स्पीकर माता प्रसाद पांडेय ने आजम से कहा, “यह संवैधानिक व्यवस्था है कि राज्यपाल किसी विधेयक को रोक सकते हैं। आपकी भावना से मैं उनको व्यक्तिगत रूप से अवगत करवा दूंगा।”
-माता प्रसाद पांडेय ने बीजेपी के सुरेश खन्ना को भी भरोसा दिलाया कि वह जो भी आपत्तिजनक होगा, उसे कार्यवाही से हटा देंगे।