
बिस्मिल्लाह खान की जन्मशती पर काशी से लंदन तक समारोह
वाराणसी: भारतरत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के जन्मशती वर्ष का आगाज 21 मार्च को नया अस्सीघाट पर होगा। सुबह से रात तक अनवरत चलनेवाले इस कार्यक्रम में गायन, वादन के साथ ही उस्ताद से जुड़ी फोटो प्रदर्शनी लगाई जाएगी। डाक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाएगा। उस्ताद की मानस पुत्री और जानी-मानी गायिका डॉ. सोमा घोष व कार्यक्रम समन्वयक यूएस अग्रवाल ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि सुबह की गंगा आरती और यज्ञ के बाद प्रसिद्ध कलाकार पंडित मोहनलाल त्यागी अपनी शहनाई की धुनों से उस्ताद को श्रद्धांजलि देंगे। सात बजे से डॉ. सोमा घोष का गायन होगा। उनके साथ पंडित दुर्गाप्रसाद प्रसन्ना सात शहनाइयों की धुन छेड़ेंगे। पंडित शिवनाथ मिश्रा और देवव्रत मिश्रा सितार की युगलबंदी और तबले पर उस्ताद नाजिम हुसैन संगत करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति मंत्रालय, जिला संस्कृति समिति और मधु मूर्छना की ओर से संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक इसी घाट पर बिस्मिल्लाह नामक फोटो प्रदर्शनी लगेगी। इस दौरान शहनाई की धुन भी बजेगी। सोमा ने बताया कि इस अवसर पर फिल्मकार शुभांकर घोष की ओर से उस्ताद पर बनाई गई ड्रामा डाक्यूमेंट्री का भी प्रदर्शन होगा। इसके साथ बिस्मिल्लाह खां के बेटे जामिन और सहयोगी शहनाई वादन करेंगे। उस्ताद के मकबरे के निर्माण में आ रही दिक्कत पर सोमा ने कहा कि जल्द ही इस मामले में भी संबंधित लोगों से मिलकर पहल करेंगी। सोमा ने बताया कि जन्मशताब्दी वर्ष होने के कारण बनारस के बाद दिल्ली, मुंबई, लंदन और न्यूयार्क में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।