नई दिल्ली : बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के चुनावी मोर्चो के लिए व्यापक संगठनात्मक तैयारी करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केंद्रीय प्रभारी के साथ एक से ज्यादा सह प्रभारी जोड़े हैं। बिहार में प्रभारी महासचिव भूपेंद्र यादव के साथ पवन शर्मा व सीआर पाटिल को सह प्रभारी बनाया गया है। उत्तर प्रदेश के लिए पार्टी ने चुनावों से डेढ़ साल पहले ही प्रभारी उपाध्यक्ष ओम माथुर के साथ पांच सह प्रभारी वीरेंद्र खटीक, रामेश्वर चौरसिया, रमेश बिधूड़ी, सत्येंद्र कुशवाहा व सुनील ओझा की नियुक्ति की है। पश्चिम बंगाल के महत्वाकांक्षी मोर्चे के लिए नए महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को प्रभारी बनाया गया है। मौजूदा प्रभारी सिद्धार्थनाथ सिंह अब सुरेश पुजारी के साथ सह प्रभारी होंगे। अमित शाह की टीम में युवा नेताओं को कमान सौंपने व सामाजिक समीकरणों का खास ध्यान रखा गया है। बीते एक साल में हुए विधानसभा चुनावों में अहम भूमिका निभाने वाले और संगठनात्मक मोर्चे पर सक्रिय रहे नेताओं को विशेष तवज्जो दी गई है। बिहार के लिए पहले से ही सारी टीम तय हो चुकी है, फिर भी कोई कोर कसर न रहे, इसलिए भूपेंद्र यादव के साथ पवन शर्मा व सांसद सीआर पाटिल को सह प्रभारी बनाया गया है। अरुण सिंह उड़ीसा, दिनेश शर्मा गुजरात व श्रीकांत शर्मा हिमाचल प्रदेश के प्रभारी बने रहेंगे। सांसद प्रहलाद पटेल को मणिपुर, नलिन कोहली को मेघालय व रजनीश कुमार को सिक्किम का प्रभारी बनाया गया है।
सबसे अहम उत्तर प्रदेश की टीम की तैनाती है। ओम माथुर के साथ पांच सह प्रभारी बनाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, सह प्रभारी उत्तर प्रदेश में पार्टी के अलग-अलग संगठनात्मक क्षेत्रों की कमान संभालेंगे। वीरेंद्र खटीक को बुंदेलखंड, रामेश्वर चौरसिया को काशी, रमेश बिधूड़ी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, सत्येंद्र कुशवाहा को अवध व सुनील ओझा को गोरखपुर क्षेत्र की जिम्मेदारी मिल सकती है। इनमें रामेश्वर चौरसिया व सत्येंद्र कुशवाहा पहले भी राज्य में चुनावी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा में शामिल होने वाले पूर्व सांसद एसपी सिंह बघेल को पिछड़ा वर्ग मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है। झारखंड में त्रिविंद्र सिंह रावत के साथ छत्तीसगढ़ के आदिवासी नेता रामविचार नेताम सह प्रभारी होंगे। उत्तराखंड में श्याम जाजू ही प्रभारी रहेंगे।