दस्तक टाइम्स /एजेंसी
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एनडीए की ओर से सीट बंटवारे का एलान किए जाने से लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान नाराज बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बीती रात लोजपा सांसद चिराग पासवान ने इस सिलसिले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि लोजपा प्रमुख जीतन राम मांझी की पार्टी को 20 सीट दिए जाने से नाराज हैं। हालांकि सीट बंटवारे की घोषणा के तुरंत बाद लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान ने कहा था कि एनडीए में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले से हम लोग पूरी तरह से संतुष्ट हैं। वहीं, बिहार में भाजपा अधिकांश मौजूदा विधायकों को फिर से चुनाव मैदान में उतारने के साथ लगभग आधा दर्जन मुसलमानों को भी उम्मीदवार बनाएगी। पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची मंगलवार को जारी की जाएगी, जिसमें पहले और दूसरे चरण के अधिकांश उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। चुनाव अभियान में पार्टी विकास के मुद्दे पर सकारात्मक अभियान चलने के साथ बीते 25 माह में भाजपा से अलग होने के बाद जदयू के नेतृत्व वाली सरकारों के दौरान भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाएगी।
भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी के उम्मीदवारों को लेकर प्रदेश के कोर ग्रुप के साथ मंत्रणा का काम पूरा कर लिया है। मंगलवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी, जिसके बाद पहली सूची जारी की जाएगी। लालू और नीतीश की रणनीति की काट के लिए भाजपा की सूची में सामाजिक समीकरणों पर खासा जोर दिया जाएगा। बड़ी संख्या में यादव उम्मीदवारों के साथ कई मुस्लिम चेहरे भी चुनाव मैदान में होंगे। सांसद असउद्दीन औवेसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम के चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा को लाभ मिल सकता है। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी का कहना है कि लोकतंत्र में कोई भी कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है। बिहार में जाति एक बड़ी हकीकत है और भाजपा भी इस पर पूरी तरह ध्यान दे रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि राज्य में अति पिछड़ा वर्ग का समर्थन उसे मिल सकता है। दरअसल यह वर्ग लालू यादव से डरा हुआ और वह भाजपा के साथ खुद को सुरक्षित महसूस करता है। भाजपा का यह भी मानना है कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा मैदान में न होने से कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है।