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बिहार नाव हादसे पर राजनीति शुरू, बीजेपी ने नीतीश सरकार को ठहराया जिम्मेदार

बिहार की राजधानी पटना में मकर संक्रांति के मौके पर नाव हादसा हुआ। गंगा में एनआईटी घाट पर हुए हादसे में कम-से-कम 24 लोगों की मौत हो गई। नाव में करीब 150 लोग सवार थे। मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है।

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हादसे के शिकार लोग दियारा क्षेत्र में मकर संक्रांति के मौके पर पतंग महोत्सव में हिस्सा ले कर लौट रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हादसे पर दुख प्रकट किया है।

नाव हादसे पर राजनीति शुरू हो गई है। बीजेपी, एलजेपी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

मुआवजे का ऐलान

बिहार सरकार ने मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने का ऐलान किया है। केंद्र सरकार प्रधानमंत्री राहत कोष से मुआवजा देगी।

विपक्षी नेताओं ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार

बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा, ‘प्रशासनिक लापरवाही के कारण पटना के NIT घाट पर हुए नाव हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के प्रति हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं तथा ईश्वर से कामना करते हैं कि वह उनके परिवार को इस दुःखद घड़ी में उबरने की शक्ति प्रदान करें।’

विधानसभा में नेता विपक्ष प्रेम कुमार ने कहा कि इस हादसे के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगाया कि मौके पर पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी और यह बड़ी चूक है।

केन्द्रीय विधि, न्‍याय और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जा सकता था। जांच के बाद खामियों का खुलासा होगा। दोषी पकड़े जाएंगे।’

केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा, ‘प्रकाश पर्व था, बाहर में नाम कमाना था, रावण दहन की घटना हो या छठ की, यह साबित करता है कि जमीन पे इनका पैर नहीं है।’

बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सुशील कुमार मोदी ने भी घटना पर दुख प्रकट किया है।

केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा, ‘नाव दुर्घटना की खबर सुनने के बाद बहुत दुखी हूं। हादसे में शिकार लोगों के प्रति हमारी हमारी गहरी संवेदना है।’ लोजपा सांसद और राम विलास पासवान के बेटे ने भी हादसे पर दुख प्रकट किया है।

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