पटना। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के रविवार को एक दिवसीय बिहार बंद का मिलाजुला असर देखा गया। बंद को लेकर पूरे राज्य में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी बंद को लेकर सड़क पर उतरे और पैदल गांधी मैदान पहुंचकर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष बैठकर सत्याग्रह किया।बिहार बंद को लेकर पटना के अधिकतर क्षेत्रों में जद (यू) के कार्यकर्ता सड़कों पर सुबह से ही उतर आए और सड़कें जाम कर दी और टायर जलाए। ऐसे तो रविवार के कारण अधिकतर दुकानें बंद रहती हैं परंतु बंद के कारण आवागमन पूरी तरह प्रभावित रहा। बंद समर्थक जत्थों में निकलकर प्रदर्शन करते रहे और केन्द्र सरकार के विरोध में नारे लगाए।पटना के राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर बंद समर्थकों ने राजधानी एक्सप्रेस को रोक दिया जबकि जहानाबाद में हटिया-पटना और पलामू एक्सप्रेस को रोका गया। जहानाबाद में बंद समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 83 को भी जामकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावे राजगीर बेगूसराय गोपालगंज बक्सर सीवान भभुआ में भी जद (यू) के कार्यकर्ता सड़कों और रेल पटरियों पर उतरकर आवागमन बाधित किया।
इस बीच औरंगाबाद में जबरदस्ती बंद करा रहे लोगों और दुकानदारों के बीच जमकर झड़प भी हुई। छपरा और पटना में भी कुछ स्थानों पर झड़प के समाचार मिले हैं।इधर पटना के अलावे अन्य स्थानों पर माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी अैर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी सड़कों पर उतरे और बंद का समर्थन किया।बंद के समर्थन में मुख्यमंत्री गांधी मैदान पहुंचे और महात्मा गांधी की मूर्ति के समक्ष पांच घंटे से ज्यादा समय तक बैठे रहे। इस दौरान उनके साथ कई मंत्री नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।मुख्यमंत्री ने बंद को पूरी तरह सफल बताते हुए कहा कि यह सत्य से किया गया आग्रह है और जिसने भी समर्थन दिया वह धन्यवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि विशेष राज्य के मुद्दे को लेकर आंदोलन जारी रहेगा और अगले चुनाव में यह मुख्य मुद्दा होगा।उन्होंने दोहराया कि सीमांध्र को एक दिन के अंदर विशेष राज्य का दर्जा दे दिया गया परंतु बिहार की मांगें काफी पुरानी है। बिहार के साथ भेदभाव अपनाया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर शनिवार की शाम लोग अपने घरों से बाहर निकले और पांच मिनट तक थाली बजायी। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री समेत जद (यू) के नेताओं ने भी थाली बजायी।बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष पैकेज की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने भी शुक्रवार को रेल रोको आंदोलन किया था।