इटावा: बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी की कमान को लेकर चाचा-भतीजे यानी पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान (Chirag Paswan) और के बीच टकराव जारी है. वहीं उत्तर प्रदेश में चाचा-भतीजा यानी शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) और अखिलेश यादव (अखिलश यादव) की दूरयां खत्म होने के कयास लगाए जा रहे हैं. सैफई में एक पारिवारिक समारोह में मुलायम परिवार की ‘फैमिली फोटो’ के सियासी मायने लगाए जा रहे हैं.
मौका था मुलायम सिंह यादव की पोती दीपाली यादव की शादी का. परिवार में इस शादी ने यादव खानदान को उनके मतभेदों के बावजूद एक साथ आने का अवसर प्रदान किया है. मुलायम के नाती व पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव की बहन दीपाली यादव की शादी में शामिल होने के लिए समाजवादी संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav), सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और अलग हुए सपा नेता शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) अपने परिवार के साथ इटावा के सैफई पहुंचे हैं.
दीपाली यादव मुलायम सिंह यादव के भतीजे रणवीर सिंह यादव की बेटी हैं. रणवीर सिंह यादव की याद में ही मुलायम के पैतृक गांव में चर्चित सैफई महोत्व का आयोजन होता रहा है. मुलायम सिंह यादव की पोती दीपाली, चंडीगढ़ के केंद्रीय विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर और फिरोजाबाद के मूल निवासी अश्विनी यादव के साथ शादी के बंधन में बंध गई हैं.
इस शादी समारोह में सैफई परिवार की एकजुटता देखने को मिली. इसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि एक बार फिर मुलायम कुनबा साथ आ सकता है. अगर ऐसा होता है तो उत्तर प्रदेश के 2022 विधान सभा चुनाव के लिए ये अहम घटनाक्रम होगा. हालांकि बीते दिनों शिवपाल और अखिलेश के बयानों में भी नरमी देखी जा रही है.
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के कारण इस कार्यक्रम में केवल परिवार के सदस्य ही शामिल हुए. समारोह में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दो बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भी शामिल हुए हैं. पूर्व सांसद तेज प्रताप की पत्नी लालू की बेटी राज लक्ष्मी हैं.