बिहार में 12 अक्तूबर से चुनाव, आचार संहिता लागू
नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव पांच चरणों में पूरा होगा। प्रथम चरण का मतदान 12 अक्टूबर को, जबकि अंतिम चरण का मतदान पांच नवंबर को होगा। मतों की गिनती आठ नवंबर को होगी। घोषणा के साथ ही सभी दलों ने आगामी चुनाव में अपनी-अपनी जीत का दावा किया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगियों को बिहार से पैदल भगाने की बात कही है, वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव अयोग की घोषणा का स्वागत किया है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने यहां कहा, ‘‘आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।’’ 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो जाएगा। राज्य में कुल 62,779 मतदान केंद्रों पर मतदान होंगे।
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, 49 सीटों के लिए मतदान का प्रथम चरण 12 अक्टूबर को, 32 सीटों के लिए दूसरा चरण 16 अक्टूबर, 5० सीटों के लिए तीसरा चरण 28 अक्टूबर, 55 सीटों के लिए चौथा चरण एक नवंबर, जबकि 57 सीटों के लिए पांचवां और अंतिम चरण पांच नवंबर को संपन्न होगा। जैदी ने कहा, ‘‘आयोग ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के इंतजाम किए हैं। सभी बूथों की सुरक्षा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों द्वारा की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि 243 में से 47 निर्वाचन क्षेत्र नक्सलवाद से प्रभावित हैं। इस बार के चुनाव में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में उम्मीदवारों की तस्वीर भी होगी। जैदी ने कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव में ऐसा पहली बार हो रहा है। एक ही नाम के उम्मीदवार होने पर हमें मतदाताओं के बीच उलझनों की शिकायत मिली थी।’’ उन्होंने कहा कि अवैध शराब या हथियारों को ले जा रहे वाहनों की जांच के लिए उपाय किए जा रहे हैं। जैदी ने कहा कि लाइसेंसी हथियारों को जमा कराने के लिए जिलाधिकारी के अधीन कमेटी का निर्माण कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘नियम के मुताबिक, पहले चरण के मतदान के पहले दिन से लेकर अंतिम दिन मतदान समाप्ति के आधे घंटे बाद तक एग्जिट पोल पर मनाही होगी। यह प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनों पर ही लागू होगा।’’ प्रासंगिक कानून के तहत मतदान खत्म होने के 48 घंटे बाद तक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा ओपिनियन पोल पर रोक रहेगी। उन्होंने कहा कि 36 निर्वाचन क्षेत्रों में पहली बार वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) का इस्तेमाल किया जाएगा। दूसरे चरण के लिए नामांकन कार्य 28 सितंबर, तीसरे चरण के लिए आठ अक्टूबर, चौथे चरण के लिए 14 अक्टूबर और पांचवें चरण के लिए 15 अक्टूबर को खत्म हो जाएगा।
उधर, चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा का सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने स्वागत करते हुए अपनी-अपनी जीत का दावा किया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने अपने लहजे में कहा कि महागठबंधन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगियों को बिहार से पैदल भगाएंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव अयोग की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि पांच चरणों में चुनाव होना बिहार के लिए कोई नया नहीं है। सभी चुनाव के लिए तैयार हैं और अब चुनाव में चलेंगे। इधर, भाजपा के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा किसी से भी मुकाबला करने को तैयार है। पांच चरणों के विषय में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग का फैसला है। इस बीच लोक जनशक्ति पार्टी (लाजपा) के सांसद चिराग पासवान ने कहा कि लोजपा पिछले पांच वर्षों से चुनाव की तैयारी कर रही थी। उन्होंने कहा कि राजग का मकसद बिहार में सत्ताधारी गठबंधन को हराना है।
पिछले बार के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (युनाइटेड) ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। भाजपा 1०2 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, और उसे 91 सीटों पर विजय मिली थी, वहीं जद (यू) ने 141 सीटों पर चुनाव लड़ा था, और उसे 115 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने 168 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे केवल 22 सीटों पर ही जीत मिल पाई थी।